नई दिल्ली।
कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद जिंस बाजार में आवश्यक वस्तुओं के मूल्य में मंहगाई का रुख होने लगा है। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए ऐसे नाजुक समय में मुनाफा काटने वालों कड़ी चेतावनी दी है। केंद्रीय उपभोक्ता व खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि जिंस बाजार में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
गृह मंत्रालय ने भी सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों से कहा है कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन कराएं और लॉकडाउन के दौरान राज्यों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करें। पत्र के मुताबिक लॉकडाउन का पूरी तरह पालन कराना जरूरी है, मगर आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति भी उतनी ही जरूरी है। इसके लिए राज्यों में एक नोडल ऑफिसर की नियुक्ति की जा सकती है।
पासवान ने ऐसे समय में कालाबाजारी करने वाले निर्माताओं और व्यापारियों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। बाजार में जिंसों की आपूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर केंद्र लगातार राज्यों के संपर्क में है। पासवान ने स्पष्ट रूप से कहा कि जिंस बाजार में फिलहाल किसी चीज की कोई कमी नहीं और कोविड-19 से पैदा हुए खतरे को देखते हुए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं।
दरअसल, पिछले एक सप्ताह के दौरान कई जिंसों के मूल्य बढ़े हैं, जिनमें दालें और सब्जियां प्रमुख हैं। सरकार का दावा है कि इन सभी जिंसों की सप्लाई पर्याप्त हो रही है। केंद्रीय एजेंसियां भी इन बाजारों पर नजर रख रही है। लेकिन निचले स्तर पर खुदरा व्यापारियों की कुछ जगहों पर मनमानी की सूचना है। इसके लिए सभी राज्य सरकारों को अपने स्तर पर कार्रवाई करने को कहा गया है।
पासवान ने अपने एक ट्वीट संदेश में निर्माताओं और व्यापारियों से इस मुश्किल वक्त में मुनाफाखोरी से बचने को कहा है। इसी दौरान केंद्र सरकार की ओर से 23 मार्च को ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तीन महीने का एडवांस राशन एफसीआइ के गोदामों से उठाने को कह दिया गया है, ताकि कोरोना के चलते हो रहे लॉकडाउन से लोगों को परेशानी न हो।
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में हुए फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि सरकार 27 रुपये प्रति किलो की लागत वाला गेहूं दो रुपये और 37 रुपये प्रति किलो वाला चावल तीन रुपये प्रति किलो के भाव पर तीन महीने एडवांस में 80 करोड़ जनता को मुहैया करा रही है।
सरकारी गोदामों में इस समय 4.35 करोड़ टन अतिरिक्त खाद्यान्न पड़ा हुआ है, जिसमें 2.72 करोड़ चावल और 1.63 करोड़ टन गेहूं है। इस तरह सरकार के पास पर्याप्त अनाज है। पासवान ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को बनाये रखने के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं, ताकि लाकडाउन के दौरान जितने अनाज व अन्य जरूरी चीजों की आवश्यकता होगी, उसे पूरा किया जा सके।