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कर्नाटक: ₹600 करोड़ के घोटाले में जनार्दन रेड्डी गिरफ्तार, 24 नवंबर तक भेजे गए जेल

बेंगलुरु
करीब 600 करोड़ के पॉन्जी इन्वेस्टमेंट स्कैम केस में आरोपों का सामना कर रहे बीजेपी नेता और कर्नाटक के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी को बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग और मुख्य आरोपी की पैसों के गैर कानूनी लेन-देन में मदद करने का आरोप है। उनके अलावा उनके साथी महफूज अली खान को भी गिरफ्तार किया गया है। रेड्डी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

इससे पहले रेड्डी ने जांच अधिकारी डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCB) एस. गिरीश को हटाने की अपील की थी। रेड्डी शनिवार को एजेंसी के सामने पेश हुए थे। क्राइम ब्रांच पहले से ही रेड्डी को गिरफ्तार करने के बारे में विचार कर रही थी। क्राइम ब्रांच के सीपी आलोक कुमार ने बताया है कि विश्वासपूर्ण सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर गिरफ्तारी की गई है। पैसे बरामद किए जाने के बाद निवेशकों को दिए जाएंगे। गिरफ्तारी के बाद जनार्दन रेड्डी को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। यहां से उनको अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने ऐम्बिडेंट ग्रुप से जुड़े इस मामले में रेड्डी को 24 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

क्राइम ब्रांच की जांच में पता लगा था कि रेड्डी और खान ने ऐम्बिडेंट मार्केटिंग से 18 करोड़ रुपये की कीमत का 57 किलो सोना लिया। यह सोना प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से ऐम्बिडेंट के प्रमोटर सैयद अहमद फरीद को ‘ढील’ देने की बात करने के बदले लिया गया था। क्राइम ब्रांच ने रेड्डी और खान को रविवार को पूछताछ का नोटिस दिया था।

गिरीश को हटाने की मांग पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का मानना है कि गिरीश के खिलाफ उनके ऐक्शन से उनकी बौखलाहट दिखाई देती है। एक अधिकारी ने बताया, ‘गिरीश को सीधी बात करने और सतर्कता से जांच करने के लिए जाना जाता है। इसमें कोई हैरानी नहीं है कि जांच के घेरे में आया राजनेता ऐसे ऑफिसर को हटाने की बात करे।’ गिरीश ने पिछले 10 साल में कई छापे मारे हैं और नेताओं को गिरफ्तार किया है। यहां तक कि सितंबर 2011 में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा और उनके दामाद के घर और ऑफिस में छापा मारा था।

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