कानपुर
उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के एक प्राइवेट स्कूल में टीचर को कविता सुना रहे 10 साल के छात्र की अचानक गिरकर मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे पैरंट्स ने पहले तो बच्चे को किडनी की बीमारी बताई लेकिन बाद में स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। देर रात नौबस्ता थाने में प्रबंधन के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या की रिपोर्ट लिखी गई। बुधवार को पोस्टमॉर्टम में मौत की वजह किडनी फेल होना बताया गया है।
कानपुर नगर निगम के कर्मचारी अमित गुप्ता का बेटा अंशुमित (10) मदर टेरेसा स्कूल में क्लास-5 का छात्र था। मंगलवार को उसका अंग्रेजी का एग्जाम था। क्लास में टीचर को कविता सुनाते-सुनाते अचानक अंशुमित बेहोश होकर गिरा और दम तोड़ दिया। स्कूल प्रबंधन ने तुरंत छात्र के पिता अमित और मां अनुसूइया को सूचना दी। वे तत्काल आए और बच्चे को लेकर एक प्राइवेट अस्पताल गए। जहां से उन्हें एलएलआर अस्पताल भेज दिया गया। यहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्कूल प्रबंधन और पैरंट्स से बात की। पहले पैरंट्स ने बताया कि बच्चे को किडनी और लिवर की बीमारी थी लेकिन शाम को अचानक हंगामा कर आरोप लगाने लगे कि बच्चे को समय से इलाज नहीं मिला और उसकी मौत हो गई। देर रात नौबस्ता थाने में धारा-304 की रिपोर्ट लिखी गई। बुधवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत की वजह किडनी फेल होना बताया गया। आगे जांच के लिए विसरा सुरक्षित किया गया है। नौबस्ता थाने के एसओ समर बहादुर सिंह के अनुसार, कोई भी कार्रवाई अटॉप्सी रिपोर्ट आने के बाद होगी।