भोपाल। नये कृषि बिल के विरोध और किसानों के समर्थन में प्रदेश में कांग्रेस विधानसभा का घेराव करेगी। 28 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा का घेराव करेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ भी ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा पहुंचेंगे। पार्टी ने अपने सभी विधायकों को ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों के साथ विधानसभा पहुंचने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस पार्टी 28 दिसंबर को दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में सड़क पर उतरेगी।
पार्टी नेता भोपाल में विधानसभा का घेराव करेंगे।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी देशभर में किसान आंदोलन के समर्थन में धरना उपवास कर चुकी है। लेकिन अब विधानसभा में किसानों के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने का प्लान उसने तैयार किया है। प्रदेश भर से कांग्रेस विधायक किसानों के साथ ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा पहुंचेंगे।
28 को कांग्रेस का स्थापना दिवस
28 दिसंबर को कांग्रेस का स्थापना दिवस है और इसी दिन मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र भी शुरू हो रहा है। उस दिन सुबह पीसीसी में स्थापना दिवस मनाया जाएगा। उसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सहित पार्टी के सभी नेता विधायक मौजूद रहेंगे। पार्टी ने जो प्लान तैयार किया है उसके तहत कमलनाथ समेत सभी विधायक पीसीसी दफ्तर से ट्रैक्टर पर सवार होंगे और फिर वहां से विधानसभा पहुंचेंगे। एमपी कांग्रेस के कोषाध्यक्ष प्रकाश जैन का कहना है किसानों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को जगाने के लिए सभी विधायक किसानों के साथ ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा पहुंचेंगे। किसानों की आवाज़ सदन में उठाएंगे।
खामोशी तोड़ने का प्रयास
नये कृषि बिल के खिलाफ बीते 27 दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार ने नये बिल के समर्थन में सम्मेलन किए। प्रदेश में मुरैना सहित कई ज़िलों से किसान उस आंदोलन में शामिल होने दिल्ली भी गए। लेकिन उसके सिवाय कहीं और से किसानों की कहीं कोई और बड़ी हलचल या विरोध नहीं है। कांग्रेस किसानों की इस खामोशी को खत्म करने की कोशिश में जुटी है। यही कारण है कि कांग्रेस अब अपने विधायकों को भी सड़क पर उतार रही है।
विधानसभा का सत्र हंगामेदार होने की संभावना
मध्यप्रदेश विधानसभा का आगामी सत्र हंगामेदार रहने के पूरे आसार बन गए हैं। कांग्रेस के इस ऐलान के बाद कि किसानों के मुद्दे पर उसके विधायक और खुद पीसीसी चीफ कमल नाथ सत्र के पहले दिन यानि 28 दिसंबर को ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा पहुंचेंगे, बीजेपी हमलावर हो गई है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा चार्टर पर बैठने वाले अब ट्रैक्टर पर बैठेंगे। अगर पहले ही किसानों के बीच चले जाते तो कांग्रेस का आज ये हाल नहीं होता।
कमल पटेल ने कहा कांग्रेस कभी किसानों का दर्द नहीं समझ सकती वो सिर्फ किसानों के ज़रिए अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं। एमपी विधानसभा का सत्र 28 दिसंबर से शुरू हो रहा है। सत्र तीन दिन का होगा।
किसानों पर आर पार
मध्यप्रदेश में भले ही किसान आंदोलन की आहट ना हो लेकिन नये कृषि कानून को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। एक तरफ कांग्रेस किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए लगातार सरकार पर सवाल खड़े कर रही है वहीं दूसरी तरफ बीजेपी किसानों को समझाने के लिए सम्मेलन और सभाओं का सहारा ले रही है। बीते दिनों कांग्रेस ने 8 दिसंबर को हुए भारत बंद का भी समर्थन किया था। अब कांग्रेस की तैयारी 28 दिसंबर से शुरू हो रहे सत्र के दौरान सरकार को घेरने की है।