श्रीनगर
शनिवार को कश्मीर घाटी में पांच अन्य आतंकियों के साथ जाकिर मूसागैंग के डेप्युटी चीफ सोलिहा के मारे जाने को सुरक्षा बल बड़ी कामयाबी मान रहे हैं। घाटी के त्राल इलाके में एक झटके में ही सेना, सीआरपीएफ और एसओजी ने मूसा गैंग का तकरीबन सफाया कर दिया। इसे मूसा गैंग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ऑपरेशन ऑलआउट के तहत हुई कार्रवाई को सुरक्षाबलों द्वारा मूसा की आतंकी टीम को ऑलआउट करने के रूप में देखा जा रहा है। गैंग के आतंकियों के सफाए के साथ अब सुरक्षाबलों के निशाने पर खुद आतंकी मूसा है, जो कुछ वक्त पहले पंजाब में देखा जा चुका है।
मूसा की टीम का सफाया, 6 आतंकी ढेर
शनिवार को त्राल के अवंतीपोरा में हुए एनकाउंटर ने अंसार गजवत-उल-हिंद के चीफ जाकिर मूसा गैंग की कमर तोड़कर रख दी है। मूसा गैंग के मारे गए सभी आतंकी घाटी में सक्रिय थे। आईजी कश्मीर एसपी पानी ने इसकी तस्दीक करते हुए बताया कि मरने वाले सभी आतंकी मूसा के गैंग के ही सदस्य थे। उन्होंने बताया कि सभी स्थानीय आतंकी थे। मारे गए आतंकियों की पहचान त्राल आरामपोरा निवासी सोलिहा अखून, अमलार निवासी फैजल, त्राल के बतागुंड निवासी नदीम सोफी के अलावा त्राल के ददसरा इलाके के रसिक मीर, रऊफ और उमर के रूप में हुई है।
अब मूसा गैंग में महज 2 आतंकी?
माना जा रहा है कि छह आतंकियों के सफाए के बाद अब जाकिर मूसा की टीम में महज दो सक्रिय सदस्य ही बचे हैं। सुरक्षाबलों की हिटलिस्ट में जाकिर का नाम पहले से ही है। ऐसे में जल्द ही उसके गैंग का नामोनिशान मिट सकता है। आईजी कश्मीर एसपी पानी ने एनकाउंटर में टीम मूसा के सफाए की पुष्टि करते हुए कहा, ‘सुरक्षाबलों के ऑपरेशन के दौरान छह आतंकी मारे गए। इस दौरान सुरक्षाबलों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।’
पंजाब में दिखा था आतंकी मूसा
बता दें कि पिछले दिनों आतंकी जाकिर मूसा को पंजाब के अमृतसर में देखे जाने के बाद पंजाब पुलिस ने उसके पोस्टर जारी किए थे। इससे कुछ समय पहले ही यहां पुलिस को जैश के आतंकवादियों के राज्य में घुसने के इनपुट मिले थे, जिसके बाद से राज्य में हाई अलर्ट घोषित किया था। तब खुफिया रिपोर्टों में बताया गया था कि मूसा सिख के भेष में पगड़ी पहने छिपा हुआ हो सकता है।
पुलवामा में कुख्यात ठोकर सहित तीन आतंकी हुए थे ढेर
बता दें कि इससे पहले पिछले हफ्ते भी पुलवामा जिले में एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों में मोस्ट वॉन्टेड जहूर अहमद ठोकर भी था, जो पिछले वर्ष जुलाई में सेना के कैंप से फरार होकर आतंकी संगठन में शामिल हो गया था।
‘घाटी में जैश भी बैकफुट पर’
जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से पिछले महीने जारी एक आंकड़े के मुताबिक साल 2018 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के भी 50 आतंकी मारे जा चुके हैं। आतंकियों पर हुए इस प्रहार से पाकिस्तान बेस्ड यह आतंकी संगठन भी बैकफुट पर आ गया है।