सुरक्षा एजेंसियों के बढ़ते दवाब को देखते हुए हुर्रियत नेता केंद्र सरकार के साथ बातचीत की वकालत करने लगे हैं. जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि हुर्रियत सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार है. उन्होंने कहा कि यह सकारात्मक पहल है.
सत्यपाल मलिक ने कहा कि हुर्रियत(एम) के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक की ओर से सरकार के साथ बातचीत की अपील हौसला बढ़ाने वाला है. उन्होंने मीरवाइज की ड्रग के खतरे पर बोलने वाले बयान का भी अभिवादन किया. मलिक ने कहा कि हुर्रियत की सामाजिक मुद्दों पर की जा रही बातचीत का स्वागत होना चाहिए.
कश्मीर मसले पर करें बातचीत
मीरवाइज ने श्रीनगर में एक कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार को बड़ा जनादेश मिला है और ऐसे में कश्मीर मसले के समाधान के लिए सभी पक्षों से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी सकारात्मक प्रयास का हुर्रियत समर्थन करेगी. हुर्रियत का यह नरम रुख कश्मीर की सियासत और हालात में आ रहे एक बड़े बदलाव का संकेत कर रहा है.
मीरवाइज को कर दिया नजरबंद
बता दें कि मीरवाइज को शुक्रवार को दो दिन के लिए श्रीनगर स्थित उनके ही घर में नजरबंद कर दिया गया था. हुर्रियत के एक नेता ने कहा कि शहर के बाहरी इलाके में मीरवाइज उमर फारूक के निवास पर एक पुलिस दल पहुंचा और उन्हें सूचित किया कि अब वह अपने घर से बाहर नहीं जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने मीरवाइज को नजरबंद करने का कोई कारण नहीं बताया.