भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि वास्तविक तथ्यों को जन-जन तक पहुंचने में सोशल मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है, इस दृष्टि से सोशल मीडिया लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने का प्रभावी माध्यम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सोशल मीडिया की इस क्षमता को पहचान कर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से जन-जन से निरंतर संवाद और संपर्क में रहते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय अनुसंधान संस्थान (टी.आर.आई.) द्वारा जनजातीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के लिए आयोजित डिजिटल मार्केटिंग कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय संग्रहालय में दीप प्रज्वलित कर तथा जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को तुलसी का पौधा, रुद्राक्ष की माला और अंगवस्त्रम भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट इंदौर के निदेशक डॉ. हिमांशु रॉय मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव तथा निदेशक टी.आर.आई श्री विनोद कुमार, बाल भारती के पूर्व अध्यक्ष श्री निशांत खरे, आयुक्त तथा सचिव जनसंपर्क श्री सुदाम खाड़े विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग कर व्यक्ति अपनी क्षमता, योग्यता और प्रतिभा को बहुत आसानी से बढ़ा सकता है, यह जनसामान्य को वर्तमान समय में उपलब्ध हुई सरल किन्तु महत्वपूर्ण और जीवन बदल देने वाली तकनीक है। प्रजातांत्रिक व्यवस्था में प्रत्येक व्यक्ति को आगे बढ़ने के अवसर समान रूप से उपलब्ध हैं, इस स्थिति में सोशल मीडिया की तकनीकों की उपलब्धता सौभाग्य का विषय है। इसके उपयोग से व्यक्ति अपनी क्षमता का लगातार विस्तार कर सकता है। सोशल मीडिया तकनीकों का उपयोग अपने व समाज के हित और प्रगति के लिए करना सभी के लिए लाभदायक है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी डिजिटल प्लेटफार्म पर सक्रिय होने के लिए सभी को प्रेरित व प्रोत्साहित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपने संकल्प के बल पर इतिहास रचा। उन्होंने आईसीएस की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद उसे तिलांजलि देकर विश्व में भारतीय प्रतिभा और योग्यता को स्थापित किया। भारतीय इतिहास वीर और पराक्रमी योद्धाओं तथा स्वतंत्रता सेनानियों से भरा है। परंतु कुछ महापुरूषों के पराक्रम और देश के लिए योगदान संबंधी जानकारी के प्रसार का अभाव रहा। महान शासक माने जाने वाले राजा अकबर को रानी दुर्गावती ने तीन बार परास्त किया। परंतु इसकी गूंज इतिहास में कम सुनाई देती है। समाज और इतिहास को प्रभावित करने वाली घटनाओं को जन-जन तक पहुंचाना और जागरूकता लाना सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का प्रमुख दायित्व है।
मुख्य वक्ता इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट इंदौर के निदेशक डॉ. हिमांशु रॉय ने इन्फुएंसर्स की विशेषता, नेतृत्व के गुण, फॉलोअर्स के प्रति दायित्व, संवाद और सम्प्रेषण की प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सफलता के लिए निरंतर प्रयास करना आवश्यक है। कार्य की सफलता में परिश्रम के साथ-साथ दृढ़संकल्प भी समान रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कार्य में सफलता के लिए अपनी पूरी सामर्थ्य और क्षमता के साथ प्रयास करना जरूरी है।
अपर आयुक्त टी.आर.आई श्री लक्ष्मण सिंह मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मिली प्रेरणा के अनुरूप जनजातीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के लिए डिजिटल मार्केटिंग कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जनजातीय युवाओं को स्थानीय बोली और भाषा में समृद्ध जनजातीय संस्कृति और परंपराओं के प्रचार-प्रसार के लिए डिजिटल कंटेंट तैयार करने के संबंध में कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कार्यशाला युवाओं में डिजिटल मार्केटिंग कौशल विकसित करेगी और वे शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारियां जरूरतमंदों तक पहुंचाकर उन्हें लाभान्वित कर सकेंगे। इस कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से 276 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन किया है, जिनमें 76 इन्फ्लुएंसर्स के सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या 2 लाख से अधिक है। कार्यशाला के प्रथम भाग में 8 विषय-विशेषज्ञ, इन्फ्लुएंसर्स को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।