आर्या धरमचंद एक जाने-माने टेलीविजन एक्टर हैं और मूल रूप से जम्मू के रहने वाले हैं। वह एण्डटीवी के नये शो ‘येशु‘ में जोसेफ की भूमिका निभा रहे हैं। एक बातचीत के दौरान, आर्या ने वापसी करने और अपनी उत्सुकता के बारे में बताया।
1. येशु से पहले आप एक छोटे से ब्रेक पर थे। आपको यह कैसे लगा कि आपकी वापसी के लिये यह शो काफी अच्छा होगा?
मैं इसे एक स्वभाविक वापसी कहूंगा, क्योंकि मैंने टेलीविजन पर अपना पिछला शो चार साल पहले किया था। मैंने एक वेब-सीरीज भी की थी, जो अभी रिलीज होनी बाकी है। टेलीविजन इंडस्ट्री मैं कोई प्रभावशाली और लंबा काम ढूंढ रहा था, लेकिन मेरी दिलचस्पी वाला कोई काम मिल नहीं पा रहा था। मैं खुशकिस्मत हूं कि 2020 ने मुझे येशु में काम करने का मौका दिया। यह किरदार दमदार होने के साथ ही गंभीर भी है। एक लंबे समय के बाद पर्दे के माध्यम से अपने दर्शकों के सामने आने का मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।
2. आप कौन सा किरदार निभा रहे हैं? इस किरदार को लेकर आप कितने संतुष्ट हैं?
मैं येशु के पिता जोसेफ की भूमिका निभा रहा हूं, जिसे अपने परिवार की सुरक्षा करने का कर्तव्य पूरा करना है। वह एक संत के रूप में लोकप्रिय हैं। इसलिये इस किरदार की काफी अहमियत है और इसने मेरे लिये एक ऊंचा बेंचमार्क तय किया है। उम्मीद है कि मैं इस किरदार के साथ न्याय कर पाऊंगा। मैं इस किरदार को पाकर बहुत खुश हूं। इससे बेहतर कोई और भूमिका मैं नहीं मांग सकता था। येशु के पिता की भूमिका निभाना मेरे लिये सम्मान की बात है और मैं बहुत आभारी हूं कि शो के निर्माताओं ने मेरी योग्यता पर विश्वास किया और मुझे इस रोल के काबिल समझा। जोसफ को और उनकी स्थिति को पूरी तरह से समझने के लिए मैंने पहले से ही उनके बारे में पढ़ना शुरू कर दिया। मैं इस चीज का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं कि शो में आगे मेरा किरदार कैसे बढ़ता है।
3. आपको यह भूमिका कैसे मिली? इस किरदार में ढलने के लिये क्या आप कोई खास तैयारी कर रहे हैं?
येशु का आॅडिशन काफी अलग हटकर था, मैंने इसे अपने फोन पर रिकाॅर्ड किया और व्हाट्सएप्प के जरिये प्रोडक्शन को भेज दिया। इन दिनों चीजों को सुचारू रूप से चलाने में टेक्नोलाॅजी ने वाकई मेंएक बड़ी भूमिका निभाई है। इसलिय वास्तव में यह एक बिलकुल अलग अनुभव था। हां, बिल्कुल मैं इसकी तैयारी कर रहा हूं, मैं अपने किरदार के बारे में और भी जानने के लिये संत जोसेफ की जिंदगी के बारे में पढ़ रहा हूं। इसके आधार पर मानवीय भावनाओं और व्यवहार के कुछ तत्वों का समावेश मैं अपनी भूमिका में करूंगा।
4. इसकी कहानी दरअसल है क्या?इस शो और दर्शकों से आपकी क्या अपेक्षाएं हैंघ्
येशु विशेष रूप से एक परोपकारी बच्चे की कहानी है जो सिर्फ अच्छाई करना चाहता है और अपने आसपास खुशियां फैलाता है। सभी के लिए उसका प्यार और करुणा उन बुरी, शैतानी शक्तियों के लिये बिल्कुल विपरीत हैं, जो उनके जन्म और बचपन के दौरान मौजूद थीं। अपनेे परिवार और समाज पर होने वाले अत्याचारों ने उन्हें काफी प्रभावित किया। दूसरों की मदद करने और उनके दर्द को कम करने की कोशिश अक्सर उन्हें उस राह पर ले जाती थी जहां वह निश्चित रूप से आहत होते थे और न सिर्फ उत्पीड़कों बल्कि एक बड़ी संख्या में लोगों द्वारा भी उनकी निंदा की जाती थी। लेकिन आखिरकार ये चीजें भी उन्हें उनके रास्ते पर चलने से नहीं रोक पाईं। यह सिर्फ अच्छाई बनाम बुराई के बीच की एक आदर्श कहानी ही नहीं है, बल्कि यह येशु और उनकी समर्थक एवं मार्गदर्शक बनीं उनकी मां के बीच के खूबसूरत रिश्ते को भी दर्शाता है। येशु एक अनकही, अनसुनी कहानी है, जिसे पहली बार हिंदी के सामान्य मनोरंजन चैनल के क्षेत्र में पेश किया जा रहा है। मुझे पूरा भरोसा है कि यह शो दर्शकों के दिलों के तार को छेड़ेगा और इसे लोग स्वीकार करेंगे एवं सराहेंगे। हम सभी बेहद उत्सुक हैं और हमारे दर्शकों की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।