आम सभा ब्यूरो ग्वालियर :
सभी राजस्व अधिकारी लंबित मामलों के निराकरण के प्रति तत्पर रहें । अविवादित नामांकन के लिये लोगों को भटकना न पड़े । राजस्व रिकार्ड में किसी प्रकार की गलती नहीं होना चाहिये । अन्यथा संबंधित अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी । राजस्व रिकार्ड में गलती के लिये जीरो टालरेंस की नीति अपनाई जायेगी । सभी राजस्व अधिकारी अपने अधिनस्थ अमले पर नियंत्रण रखें । पटवारियों तक भी यह मैसेज पहुंचना चाहिये । यह निर्देश कलेक्टर श्री भरत यादव ने सभी राजस्व अधिकारियों को दिये हैं ।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री दिनेश श्रीवास्तव, एडीएम श्री संदीप केरकेटा, समस्त एसडीएम, तहसीलदार एवं अन्य राजस्व अधिकारी उपस्थित थे ।
बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री भरत यादव ने नामांकन, सीमांकन, डायवर्सन, वसूली, आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज मामले, सीएम हेल्प लाइन, जनसुनवाई में प्राप्त आवेदन आदि विषयों पर राजस्व अधिकारियों की समीक्षा की है । उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि राजस्व अधिकारी विकास कार्यों के साथ-साथ राजस्व प्रकरणों के निराकरण को प्राथमिकता दें । राजस्व प्रकरणों का निराकरण एवं वसूली का लक्ष्य पूरा करना पहला दायित्व होना चाहिये । वसूली के लिये समय सीमा और लक्ष्य निर्धारित कर काम करें । इस कार्य को अभियान की तरह करें । प्रति सप्ताह पटवारियों की बैठक लेकर उन्हें निर्देश दिये जायें । तहसीलवार केम्प लगा कर यह काम पूरा करें ।
कलेक्टर श्री भरत यादव ने कहा है कि सीमांकन के प्रकरण का निराकरण होने पर आरसीएमएस पोर्टल में दर्ज होना चाहिये । उन्होंने कम प्रगति देखते हुये बैठक में आंतरी के नायब तहसीलदार को फटकार भी लगाई और अन्य तहसीलदारों को भी निर्देश दिये कि आरसीएमएस पोर्टल में प्रकरण को दर्ज करें । साथ ही सीएम हेल्प लाइन, जनसुनवाई में आने वाले आवेदनों पर भी चर्चा की । उन्होंने कहा कि सीएम हेल्प लाइन में लंबित शिकायतों का निराकरण एल -1 एवं एल-2 स्तर पर ही करने का प्रयास करें । यदि बिना किसी कारण शिकायत उच्च स्तर तक पहुंचती है तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी होगी।
कलेक्टर श्री यादव ने कहा है कि शासकीय एवं निजी भूमि दोनों पर ही अतिक्रमण के मामलों में सचेत रहें और सतर्कता से अतिक्रमण हटाया जाये । उन्होंने कहा है कि सहायता राशि के लिये आने वाले आवेदनों का परीक्षण कर तुरंत निपटान करने की आदत डालें । सभी राजस्व अधिकारियों को जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत पात्र किसानों को लाभ पहुंचाने के निर्देश दिये । उन्होंने कहा है कि जो किसान शेष हैं उनके आवेदन भरवाये जायें । राजस्व अधिकारी निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लें । धोखाधड़ी करने वालों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायें । जहां हेराफेरी की गई है उन समितियों का रिकार्ड जब्त करें ।