नई दिल्ली।
भारत के लगातार आक्रामक सैन्य व कूटनीतिक तेवर और चौतरफा दबाव के बाद पाकिस्तान गुरुवार को झुक ही गया। बहादुरी के साथ पाकिस्तानी एयरफोर्स को जवाब देने के बाद पाक सीमा में गिरे और बंदी बनाए गए मिग-21 के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान शुक्रवार को स्वदेश लौट आएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अच्छी खबर मिलने के ट्वीट के करीब तीन घंटे बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाक संसद में उन्हें रिहा करने का एलान किया।
उन्होंने कहा कि वह इसके जरिये भारत को शांति का संदेश देना चाहते हैं। माना जा रहा है कि अभिनंदन को रेडक्रॉस के जरिये भारतीय उच्चायोग को सौंपा जाएगा। उसके बाद वाघा सीमा पर उन्हें लेने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी जाएंगे।इससे पहले भारत ने पाकिस्तान की कोई भी शर्त मानने से साफ इन्कार किया और कहा कि अभिनंदन की रिहाई बिना शर्त होनी चाहिए। सरकारी सूत्रों ने बताया कि भारत ने अभिनंदन से भारतीय राजनयिक की मुलाकात (काउंसलर एक्सेस) की पाकिस्तान से कोई मांग नहीं की थी। बल्कि बिना किसी डील के वर्तमान को तत्काल रिहा करने को कहा था।
रखी थी तनाव घटाने की शर्त
अभिनंदन को लेकर गुरुवार दोपहर पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था यदि भारत तनाव घटाने का वादा करे तो भारतीय पायलट की रिहाई की जा सकती है।
इमरान ने दो बार की मोदी से बात करने की कोशिश
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की घोषणा के पीछे एक वजह यह भी है कि गुरुवार को भारत ने बेहद सख्त शब्दों में चेतावनी दी थी कि अगर अभिनंदन को कुछ भी हुआ तो उसके बेहद गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। शायद इसी कारण इमरान खान की तरफ से दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क साधने की कोशिश हुई, लेकिन इधर से कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिला। दरअसल, भारत चाहता था कि पहले पाकिस्तान कदम बढ़ाए और आतंक के खिलाफ कार्रवाई करता दिखे।
वायु सेना ने कहा, पाक का फैसला जेनेवा संधि के अनुरूप
वायु सेना ने अभिनंदन को लौटाने के फैसले का स्वागत किया है, लेकिन वह इसके लिए पाकिस्तान सरकार को कोई विशेष श्रेय देने को तैयार नहीं है। एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा, ‘हम अभिनंदन की वापसी के फैसले से खुश हैं, लेकिन यह फैसला जेनेवा संधि के मुताबिक है।’
ट्रंप बोले, खत्म होगा तनाव
इमरान द्वारा अभिनंदन की रिहाई की घोषणा के करीब तीन घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वियतनाम में कहा था, ‘हम भारत-पाक को रोकने के प्रयास कर रहे हैं और हमें कुछ अच्छी खबर मिलेगी। मुझे उम्मीद है कि लंबे समय से कायम तनाव खत्म होगा। भारत-पाक के बीच काफी असहमति है।’ संकेत हैं कि सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की तरफ से भी दोनों तरफ के नेताओं से बात हुई। उनके प्रतिनिधि ने प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात की। ब्रिटेन की तरफ से भी दोनों पक्षों से बात की गई है।
पहली बार सैन्य बंदी को इतनी जल्दी छोड़ रहा पाक
यह पहला मौका है जब पाकिस्तान बंदी बनाए गए किसी भारतीय सैन्य अधिकारी को इतनी जल्दी छोड़ने को तैयार हुआ है। इसके पहले 1999 में कारगिल युद्ध के समय फ्लाइट लेफ्टिनेंट के. नचिकेता को पाकिस्तान ने लौटाने में आठ दिन लगा दिए थे। जबकि स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा को गिरफ्तार करने के बाद गोली मार दी गई थी।
यूं हुए कूटनीतिक प्रयास और ये रहे प्रमुख किरदार
– विदेश मंत्री सुषमा स्वराज : बुधवार सुबह चीन के वुझेन में रूस व चीन के विदेश मंत्रियों से चर्चा की।
– अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो : बुधवार शाम भारत के एनएसए अजित डोभाल से फोन पर बात की।
– सऊदी राजदूत डॉ. सौद मुहम्मद अल सती ने गुरुवार दोपहर पीएम मोदी से मुलाकात की।
– पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी : गुरुवार सुबह चीन के विदेश मंत्री वांग यी से चर्चा की। इसके बाद कहा, इमरान खान प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर चर्चा करना चाहते हैं।
– अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप : वियतनाम से गुरुवार दोपहर ट्वीट कर जल्द अच्छी खबर मिलने की बात कही।
– इमरान खान : गुरुवार शाम करीब पांच बजे पाक संसद में अभिनंदन को शुक्रवार को रिहा करने का एलान किया।