आम सभा, भोपाल। आईईएस पब्लिक स्कूल में छात्रो का सपथ ग्रहण समारोह संपन्न। स्कूल द्वारा आयोजित इंवेस्टिटुयर सेरेमनी का आयोजन आईईएस कैम्पस में किया गया जिसका शुभारंभ कर्नल प्रणव मिश्रा, रिटायर्ड ऑफिसर, इंडियन आर्मी, मुख्य आतिथि एवं इंजीनियर बी एस यादव, चेयरमैन, आईईएस पब्लिक स्कूल द्वारा दीप प्रजावलन कर किया गया तदुपरान्त छात्रो द्वारा आकर्षक सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गयी।
इंवेस्टिटुयर सेरेमनी के आरंभ में इंजीनियर बी एस यादव, चेयरमैन, आईईएस पब्लिक स्कूल ने स्वागत भाषण दिया उन्होंने छात्रो को उन सभी बाधाओं और चुनौतियों के बावजूद आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, जो हमारे सामने जीवन को चुनौती देती हैं। नेतृत्व एक शीर्षक या एक पदनाम के बारे में नहीं है। यह प्रभाव, और प्रेरणा के बारे में है। नेतृत्व मानव जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं- विकास, परिपक्वता, विश्वास, कर्तव्य और ईमानदारी का प्रतीक है।
कर्नल प्रणव मिश्रा, मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में छात्रो को जीवन में उनके पिछले अनुभवों के बारे में बताया एवं उन्हें समझाया कि कैसे उनके स्कूल ने उन्हें अपना भविष्य बनाने और नेतृत्व करने में मदद की। उन्होंने छात्रों को हमेशा सही रास्ते पर चलने और बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा के “यदि आपके कार्य एक विरासत बनाते हैं जो दूसरों को अधिक सपने देखने, अधिक जानने, अधिक करने और अधिक बनने के लिए प्रेरित करता है, तो आप एक उत्कृष्ट नेता हैं”
इंवेस्टिटुयर सेरेमनी एक महत्वपूर्ण अवसर होता है, जिसमें सभी युवा छात्र पूरी लगन के साथ नेतृत्व और जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार रहते हैं। प्रारंभ में, उम्मीदवारों ने चुनाव के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए सभी छात्रों और शिक्षकों के सामने मजबूत भाषण तैयार कर प्रस्तुत किए। बाद में, अनुभवी शिक्षकों के एक पैनल द्वारा सभी छात्रो में से सच्चे नेतृत्व एवं पूरी लगन के साथ जिम्मेदारियों को निभाने वाले छात्रो का चयन किया गया। जिनमे हुज़ेफ़ा हुसैन, स्कूल कैप्टन, हर्ष वाइस कैप्टन, मुर्तज़ा हुसैन, डिसिप्लिन सेक्रेटरी, नवलप्रीत सिंह, कल्चरल सेक्रेटरी के साथ ही चारो ग्रुप के कप्तान एवं उप कप्तान का चयन कर सपथ ग्रहण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
सेरेमनी के अंत में प्रोफ (श्रीमति) मनीषा कवाथेकर, डाइरेक्टर आईईएस पब्लिक स्कूल ने सभी आतिथिओ एवं अभिववकों का आभार व्यक्त किया। सभी अभिभावकों के लिए यह गर्व का क्षण था कि उनके बच्चों को नेताओं के रूप में एक नई यात्रा की शुरुआत करते हुए बड़ी जिम्मेदारियों के साथ निवेश किया जा रहा है अंततः राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का सम्पूर्ण समापन हुआ।