मुंगेली
चुनाव से ठीक 48 घंटे पहले शोर-शराबा सहित खुलेआम प्रचार-प्रसार पर रोक लग जाती है, जिससे प्रत्याशी शांतिपूर्ण माहौल में अपना प्रचार करते नजर आते हैं. वहीं मुंगेली जिले में मतदान से ठीक एक दिन पहले रात के अंधेरे का फायदा उठाने वाले एक सरपंच प्रत्याशी के तीन समर्थकों को रिटर्निंग अधिकारी और उनकी टीम ने प्रचार सामग्री और स्कॉर्पियो वाहन सहित पकड़ा है. अब उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. जानकारी के अनुसार, सरपंच प्रत्याशी द्वारा मतदाताओं को प्रलोभन देने के उद्देश्य से साड़ी, मिठाई और अन्य वस्तुओं का वितरण किया जा रहा था.
बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान के पहले कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल मुंगेली विकासखंड के फास्टरपुर मतदान केंद्र का निरीक्षण के लिए गए थे. वापसी के दौरान फास्टरपुर-मुंगेली मुख्य मार्ग पर ग्राम शीतलदह में स्कॉर्पियो वाहन को रुकवाकर कलेक्टर और एसपी ने जांच की. इस दौरान वाहन में साड़ी और मिठाई से भरी हुई डिब्बा मिला. वाहन में चालक समेत चार व्यक्ति सवार थे. कलेक्टर और एसपी ने सभी व्यक्ति से पूछताछ की तो बताया गया कि ग्राम पंचायत गस्तिकापा शीतलदह के सरपंच प्रत्याशी डॉ. अमर नवरंग द्वारा मतदाताओं को प्रलोभन देने के उद्देश्य से साड़ी और मिठाई का डिब्बा मंगाया गया है. कलेक्टर-एसपी ने इस पर तत्काल एक्शन लेते स्कॉर्पियो वाहन और प्रलोभन सामग्री को सीज करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए और निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कार्रवाई करने के लिए कहा. वाहन नंबर CG-28E 9654 स्कॉर्पियो वाहन और प्रलोभन सामग्री को सिटी कोतवाली थाना के सुपर्द कर दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
कलेक्टर और एसपी की अपील
कलेक्टर ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा है कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार के प्रलोभन में न आए. हर एक मतदान महत्वपूर्ण है. अपने मतदान का प्रयोग सही प्रत्याशी के चयन के लिए करें. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पूर्ण पारदर्शिता के साथ चुनाव संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए विभिन्न माध्यमों से प्रलोभन देने का प्रयास किया जाता है. उन्होंने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा है कि अपने क्षेत्र के विकास के लिए सभी प्रत्याशियों को मतदान करें. मतदाता किसी भी प्रकार के प्रलोभन से बचे. साथ ही प्रलोभन देने वाले प्रत्याशियों की जानकारी जिला प्रशासन तक पहुंचाएं. इस कार्रवाई में जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, रिटर्निग अधिकारी, थाना प्रभारी और संबंधित अधिकारी मौजूद रहे.