आम सभा, हरिओम त्यागी, ग्वालियर । ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों के मुख्यालयों पर 100 – 100 सीटर बालक-बालिका छात्रावास बनाए जायेंगे। छात्रावासों का निर्माण उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में किया जायेगा। प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी आठों जिलों सहित प्रदेश के 40 जिला मुख्यालयों के उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में 80 छात्रावास मंजूर किए हैं। इन छात्रावासों के निर्माण के लिए 316 करोड़ 11 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। छात्रावासों का निर्माण विभाग द्वारा किया जायेगा।
प्रदेश के 41 चयनित जिलों में कक्षा-10वीं की बोर्ड परीक्षा में श्रेष्ठ अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने के लिये स्कूल शिक्षा विभाग ने उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में छात्रावास संचालन की योजना बनाई है। छात्रावासों में लायब्रेरी, कम्प्यूटर लैब, ट्रेनिंग सेंटर और प्रसाधन-कक्ष होंगे। छात्रावासों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिये उचित वातावरण मिल सके। जिला मुख्यालय के उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में 100 – 100 सीटर क्षमता के बालक-बालिका छात्रावास बनाये जा रहे हैं। बालक छात्रावास 3 करोड़ 85 लाख और बालिका छात्रावास करीब 3 करोड़ 86 लाख रुपये से बनेंगे। निर्मित छात्रावास सर्व-सुविधायुक्त होंगे।
सभी स्वीकृत कार्यों की निविदाएँ आमंत्रित कर ली गई हैं। जिन 40 जिलों में यह छात्रावास मंजूर हुए हैं, उनमें ग्वालियर-चंबल संभाग के ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, मुरैना, भिण्ड व श्योपुर जिले शामिल हैं। इनके अलावा बालाघाट, बैतूल, बुरहानपुर, छतरपुर, छिन्दवाड़ा, दमोह, देवास, हरदा, होशंगाबाद, इंदौर, जबलपुर, कटनी, खण्डवा, मंदसौर, नरसिंहपुर, नीमच, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, रीवा, सागर, सतना, सीहोर, सिवनी, शाजापुर, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, उज्जैन, उमरिया और विदिशा जिले में उत्कृष्ट छात्रावास मंजूर हुए हैं।