आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी : चंदेरी को यूनेस्को की क्रिएटिव सिटी की सूची में स्थाई रूप से दर्ज कराने हेतु हमारी भूमिका क्या हो सकती है विषय पर लॉयन क्लब चंदेरी एवँ पंडित रामकुमार मिश्रा ज़न कल्याण पारमार्थिक संस्था चंदेरी द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया l संगोष्ठी मैं जनप्रतिनिधियों, शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों, शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवी, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, पत्रकार बन्धुओं के साथ ही समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी अखिल भारतीय दिगंबर जैन महिला परिषद, दिगंबर जैन महिला मंडल ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी l
संगोष्ठी के प्रारम्भ में डॉ योगेश मिश्रा द्वारा शासकीय दस्तावेजों से प्राप्त उन दस बिन्दुओं की जानकारी सदन को दी गई जिस को आधार बनाकर यूनेस्को की टीम को अपनी रिपोर्ट तैयार करनी है l चंदेरी साड़ी के इतिहास के बारे में बोलते हुए समाजसेवी अमोलक चंद कठरिया ने कहा कि चंदेरी साड़ी का जिक्र मुगल काल में भी किया गया है lचंदेरी को क्रिएटिव सिटी का दर्जा मिले इस में अपनी सहभागिता के लिए महिला पारिषद व मंडल की सदस्यों ने सहयोग के रूप में अपने अपने वार्ड में स्वच्छता रखने का संकल्प लिया l स्वदेश समैया द्वारा चंदेरी की संस्कृतिक धरोहर, लोक कला के बारे में सारगर्भित प्रामाणिक जानकारी प्रस्तुत की गई आपके द्वारा प्रस्तुत रचना अब बोलेगी चंदेरी को भी काफी पसंद किया गया l
मुज़फ़्फ़र भाई द्वारा 1991 में प्रोफेसर जिरार फुसमेन (फ्रांस), प्रोफेसर के. एल. शर्मा (जे एन यू, दिल्ली) द्वारा चंदेरी पर शोध की गईं पांच बहुमूल्य कृतियां प्रामाणिक जानकारी हेतु उपलब्ध कारवाई गईं l इतिहासकार डॉ अविनाश व पुरा संपदा विशेषज्ञ मजीद खां पठान द्वारा भी प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कारवाई गई l कार्यक्रम में लॉयन क्लब चंदेरी एवँ पंडित रामकुमार मिश्रा ज़न कल्याण पारमार्थिक संस्था चंदेरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही