बैतूल
भीमसेना के प्रदेश प्रभारी पंकज अतुलकर की एक महिला ने सरेआम चप्पलों से पिटाई कर दी। यह घटना शनिवार शाम बैतूल शहर के कॉलेज चौक पर हुई। महिला बीच सड़क पंकज से भिड़ी और कॉलर पकड़ एसपी ऑफिस तक घसीटते हुए ले गई।
दोनों तरफ से लगे आरोप
महिला ने पंकज पर ज़मीन के सेटलमेंट के लिए 5 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी तरफ पंकज का कहना है कि महिला का परिवार भू-माफिया है और उसे विरोध करने पर यह सब किया गया।
कैसे शुरु हुआ पूरा मामला
भीमसेना के प्रदेश प्रभारी पंकज अतुलकर सड़क किनारे फोन पर बात कर रहे थे। तभी एक महिला अपने पति और बेटे के साथ वहां पहुंची। जमीन विवाद और सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दोनों में बहस होने लगी। देखते ही देखते बहस हाथापाई में बदल गई। महिला ने गुस्से में आकर अपनी चप्पल से पंकज की पिटाई शुरू कर दी। यह सब देखकर वहां मौजूद लोग दंग रह गए।
सड़क पर जमकर हुआ ड्रामा
महिला चिल्ला रही थी, 'तूने हमको बदनाम करने की हिम्मत कैसे की और फेसबुक पर क्यों लिखा, ‘चल पुलिस के पास’?' पंकज लगातार कह रहे थे, 'मैं कहीं नहीं भाग रहा हूं, चल रहा हूं साथ में।' महिला ने पंकज की कॉलर पकड़ी और घसीटते हुए एसपी ऑफिस ले गई। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत सुना जांच शुरू कर दी है।
क्या है विवाद की जड़
इस विवाद की जड़ में जमीन का मामला बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, श्रद्धा राठौर नाम की महिला ने आमला तहसील में दो एकड़ जमीन खरीदी थी। इस जमीन के रास्ते को लेकर उनका दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा था। पंकज अतुलकर इस मामले में बिचौलिए की भूमिका निभा रहे थे। आरोप है कि पंकज ने सेटलमेंट करवाने के नाम पर महिला से पांच लाख रुपये मांगे थे। पैसे न मिलने पर पंकज ने सोशल मीडिया पर श्रद्धा राठौर और उनके परिवार के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक पोस्ट किए।
नेताजी ने भी लगाए आरोप
दूसरी तरफ, पंकज का दावा है कि श्रद्धा राठौर और उनका परिवार भू-माफिया की तरह काम करते हैं। वे भोले-भाले लोगों को फंसाकर उनकी जमीन हड़प लेते हैं। पंकज का कहना है कि उन्होंने इसका विरोध किया, जिसके बाद महिला और उसके परिवार ने मिलकर यह ड्रामा रचा। पंकज ने आरोप लगाया कि महिला ने उन्हें जानबूझकर बदनाम करने के लिए सरेआम पिटाई की।
इससे पहले भी विवादों में फंसे हैं नेताजी
यह पहली बार नहीं है जब पंकज अतुलकर विवादों में घिरे हैं। पिछले साल उन्होंने पूर्व CJI डीवाई चंद्रचूड़ को जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। जेल से बाहर आने के बाद से ही पंकज फिर से सक्रिय हो गए हैं।
 Dainik Aam Sabha
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