उत्तरी जिले के स्पेशल स्टाफ ने नोटबंदी के दौरान साठ लाख रुपये की ठगी करने के मामले में हरियाणवी गायिका को गुरुवार को बहादुरगढ़ से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान 27 साल की शिखा राघव के तौर पर हुई है। शिखा को इसी मामले में स्थानीय अदालत भगोड़ा घोषित हो चुकी है।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता संतोष भारद्वाज परिवार सहित राणा प्रताप बाग इलाके में रहती हैं। वह सुभाष प्लेस में आयोजित होने वाली रामलीला की सलाहकार हैं। रामलीला मंचन के दौरान ही उनकी जान पहचान राम एवं सीता का किरदार निभाने वाले कलाकारों क्रमश: पवन एवं शिखा राघव से हुई थी। वर्ष 2016 में नोटबंदी के कारण पीड़िता और उसके दोस्त के पास पांच सौ एवं एक हजार के साठ लाख रुपये के पुराने नोट पड़े हुए थे। ये लोग शिखा एवं पवन के झांसे में आ गए और रुपये इन्हें दे दिए। जब नए नोट नहीं मिले और ठगी का अहसास हुआ तो बीते साल इन्होंने रूप नगर थाने में एफआईआर दर्ज करा दी।
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पुलिस ने इस मामले में पवन को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन शिखा गिरफ्तारी से बचती रही। स्थानीय कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। इस बीच ऑपरेशन सेल को सूचना मिली कि शिखा इन दिनों हरियाणा में शूटिंग कर रही है। इसी सूचना के आधार पर ऑपरेशन सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील शर्मा की देखरेख में एसआई संजय गुप्ता, एएसआई नरेश एवं हेडंकांस्टेबल सुनीता शर्मा की टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने गुरुवार सुबह शिखा को बहादुरगढ़ से गिरफ्तार कर लिया।
सीता का किरदार करती थी : पुलिस का कहना हैकिशिखा और उसकी बहन गायिका हैं। दोनों दिल्ली की रामलीलाओं में सीता का किरदार निभाती रही हैं।
फरारी के दौरान यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करती रही
धोखाधड़ी के मुकदमे में वांटेड घोषित होने के बाद से शिखा दिल्ली से बाहर ही रहती थी। इस दौरान वह हरियाणा एवं पंजाब के विभिन्न इलाकों में छिपकर अपने एलबम की शूटिंग कर यूट्यूब पर अपलोड कर रही थी।