हरिद्वार को चार ज़ोन में बाँटकर अलग अलग टीम कर रही वितरण
आम सभा, हरिद्वार। लाॅकडाउन के चलते बीइंग भगीरथ की युवा टीम हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में ज़ोन बाँटकर कर रही है भोजन वितरण। संयोजक शिखर पालीवाल के निर्देशों पर टीम के सदस्यों द्वारा मध्य हरिद्वार, शिवालिक नगर, भूपतवाला व हरिपुर में रसोई का संचालन कर कई हजार पैकेट भोजन के तैयार किए जा रहे हैं। प्रशासन के सहयोग से भी भोजन वितरण का कार्य टीम के सदस्य जोरो शोरों से कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी टीम के सदस्यों द्वारा किया जाना प्रसंशनीय बना हुआ है।
संयोजक शिखर पालीवाल ने बताया कि चार रसोईयों के माध्यम से भोजन के पैकेट तैयार कर टीम के सदस्यों अपने वाहनों पर जरूरतमंदों को कालोनियों, झुग्गी झोंपड़ियों, सड़क किनारे जीवन यापन कर रहे लोगों के साथ साथ मोबाईल फोन की काॅल पर भी जरूरतमंद को उसी के घर भोजन सौंपने का काम किया जा रहा है। रात दिन टीम के सदस्य इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दे रहे हैं। शिखर पालीवाल ने कहा कि बंद के कारण श्रमिक मजदूरों के परिवारों में अनेकों प्रकार की दिक्कतें आ रही हैं। जिसके चलते सहयोग से ही लाॅकडाउन के पालन को किया जा सकता है।
भोजन तैयार करने वाली टीम पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन भी कर रही है। ॐ शरण व कुणाल धवन ने कहा कि बीइंग भगीरथ की ऊर्जावान टीम पंचपुरी के विभिन्न क्षेत्रों में अपने वाहनों पर सवार होकर जरूरतमंदों को भोजन वितरित करने काम कर रही है। यह कार्य सभी टीम के सदस्यों से सहयोग किया जा रहा है। मानव सेवा ही ईश्वर भक्ति के समान होती है। संकट की इस घड़ी में सभी को अपना सहयोग करना चाहिए।राहुल गुप्ता व अंकित शर्मा कहा कि देश के प्रधानमंत्री लाॅकडाउन को लेकर जनता को निर्देश दे रहे हैं। उन निर्देशों का पालन अवश्य ही देश की जनता को करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि टीम के सदस्य भोजन वितरित करने में भी सतर्कता बरत रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए। भोजन वितरण में अंकित शर्मा, राहुल गुप्ता, हितेश चौहान, ओम्शरण गुप्ता, कुणाल धवन, संदीप खन्ना, ॐ पेंटर, शिवम् अरोरा, मोहित विश्नोई, नितिन सरीन, भूपेश पांडे, विनीत चौहान, संतोष साहू, विनोद, रजत जैन, सचिन गांधी, मोहित शर्मा, विपिन सेनी, हनी सेनी, तन्मय, अनिकेत, सुशांत, आदित्य, मधु जी, चेतना जी, नीरज जी मुकेश जी व हमारे सब साथी सहयोगी लगातार मुश्किल समय में भी घर ना बैठकर अन्य अन्य माध्यमों से घर घर गली मोहल्ले गाँव मे सेवाएँ दे रहे हैं।