नई दिल्ली
साउथ अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता टेस्ट मैच हारने के बाद टीम इंडिया के मैनेजमेंट पर कई सवाल उठ रहे हैं, जिनमें एक मुद्दा ये भी है कि नंबर तीन पर साई सुदर्शन की जगह वॉशिंगटन सुंदर को मौका क्यों दिया गया? भले ही वॉशिंगटन सुंदर ने भारतीय टीम के लिए टेस्ट मैचों में बल्ले से कुछ सार्थक योगदान दिया है। यहां तक कोलकाता टेस्ट मैच में भी कुछ रन बनाए, लेकिन वे इससे पहले कर निचले क्रम में खेले थे। इसको लेकर पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने हेड कोच गौतम गंभीर से कुछ सवाल किए हैं।
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर को ऑलराउंडर्स से बहुत लगाव है और वे वॉशिंगटन सुंदर को बहुत ज्यादा रेट करते हैं, लेकिन एकाएक बल्लेबाजी क्रम में इतना ऊपर भेजने का फैसला वाकई चौंकाने वाला था। सुंदर ने कोलकाता टेस्ट मैच में पहली पारी में 29 और दूसरी पारी में 31 रन बनाए। इस मैच में उनके ही सबसे ज्यादा रन भारत के लिए थे, लेकिन कार्तिक का मानना है कि इस भूमिका के लिए सुंदर को अत्यधिक बल्लेबाजी अभ्यास करना होगा, जिसका उनकी गेंदबाजी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज के एक वीडियो में कहा, "टेस्ट खिलाड़ी वॉशिंगटन सुंदर को आप किस तरह देखते हैं? क्या वो गेंदबाज हैं और बल्लेबाजी भी कर सकते हैं? अब अगर आप उन्हें तीसरे नंबर पर भेज रहे हैं, तो आप उन्हें यही बता रहे हैं कि उन्हें बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। जैसे ही वह अभ्यास में लंबे समय तक बल्लेबाजी करने लगते हैं तो आप महसूस करेंगे कि उनका गेंदबाजी का अभ्यास कम हो गया, क्योंकि दोनों में अच्छा होना शारीरिक रूप से असंभव है।"
'बड़ी पारी की उम्मीद सुंदर से है'
कार्तिक ने वॉशिंगटन सुंदर की इस पोजिशन को पेचीदा बताया, क्योंकि सुंदर की तीसरे नंबर पर भूमिका केवल एक अस्थायी समाधान लगती है। तमिलनाडु के इस क्रिकेटर को मुख्य रूप से एक गेंदबाज के रूप में देखा जाता है जो बल्ले से भी उपयोगी साबित हो सकता है, लेकिन गौतम गंभीर ने उनकी भूमिका को एक नया आयाम देने का काम किया है। कार्तिक ने कहा, "ऐसे में कहा जा सकता है कि संदेश बिल्कुल स्पष्ट है कि हम आपसे बड़ी पारी की उम्मीद कर रहे हैं। इससे आगे चलकर उनकी गेंदबाजी पर असर पड़ सकता है। यह बहुत पेचीदा मामला है।"
Dainik Aam Sabha