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गांधी जी कांग्रेस को 1947 में ही भंग करना चाहते थे : मोदी

दांडी मार्च की वर्षगांठ पर पीएम ने दिलाया याद

नई दिल्ली। अंग्रेजी शासन के दौरान नमक पर लगाए गए टैक्स के खिलाफ महात्मा गांधी द्वारा निकाले गए दांडी मार्च के 89 साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी चाहते थे कि आजादी के बाद कांग्रेस को भंग कर दिया जाए. पीएम मोदी के मुताबिक, कांग्रेस ने हमेशा वंशवादी संस्कृति को बढ़ावा दिया, इसलिए वो कांग्रेस को भंग करना चाहते थे. पीएम मोदी के इस ब्लॉग के साथ एक और खास बात यह है कि आज ही अहमदाबाद में कांग्रेस की लोकसभा चुनाव को लेकर एक अहम बैठक करने जा रही है.

दांडी यात्रा की 90वीं वर्षगांठ के मौके पर पीएम मोदी ने एक ब्लॉग लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा, लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी कभी कोई आस्था नहीं रही है. गांधी जी कांग्रेस कल्चर को अच्छी तरह से समझ चुके थे. इसीलिए वे चाहते थे कि कांग्रेस को भंग कर दिया जाए, विशेषकर 1947 के बाद.

पीएम मोदी के मुताबिक बापू ने 1947 में कहा था, समाज का नेतृत्व करने वाले सभी बुद्धिजीवियों और नेताओं का कर्तव्य है कि वे भारत के सम्मान की रक्षा करें, चाहे उनका राजनीतिक रुझान कुछ भी हो, चाहे वे किसी भी दल से जुड़े हों. अगर कुशासन और भ्रष्टाचार फलते-फूलते हैं तो देश के गौरव की रक्षा नहीं की जा सकती है.

पीएम ने इस ब्लॉग में भ्रष्टाचार को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है, कुशासन और भ्रष्टाचार एक-दूसरे को बढ़ावा देते हैं. हमारी सरकार ने भ्रष्टाचारियों को सजा दिलाने के लिए कठोर क़दम उठाए हैं. लेकिन, देश ने देखा है कि कैसे ‘कांग्रेस’ और ‘भ्रष्टाचार’ एक-दूसरे के पर्याय बन गए हैं. आप किसी भी सेक्टर का नाम ले लीजिए, आपको वहां कांग्रेस का एक घोटाला नजर आ जाएगा. चाहे रक्षा, टेलिकॉम और सिंचाई का क्षेत्र हो या फिर खेल के आयोजनों से लेकर कृषि, ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्र, कोई भी सेक्टर कांग्रेस के घोटालों से अछूता नहीं है.

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