नई दिल्ली
पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह पाकिस्तान की ओर से मिले न्योते को ठुकराने के बाद भी करतारपुर साहिब जाएंगे. वह करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद भारत की ओर से दर्शन के लिए पाकिस्तान जाने वाले पहले जत्थे में शामिल होंगे. दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री को पहले जत्थे के साथ करतारपुर जाने का न्योता दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है. बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने डॉ. सिंह को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में शामिल होने का न्योता दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था.
पाकिस्तान के न्योते पर नहीं जाएंगे डॉ. सिंह – तारिक अनव
पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पंजाब सरकार के निमंत्रण पर गुरदासपुर में कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे. कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह पाकिस्तान के निमंत्रण पर करतारपुर साहिब नहीं जाएंगे. लेकिन, अगर भारत सरकार कोई सर्वदलीय डेलिगेशन भेजे और उन्हें उसमें शामिल करे तो वह दर्शन के लिए जा सकते हैं. इसके अलावा अगर पंजाब के सीएम उन्हें करतारपुर जाने का निमंत्रण दें तो वह स्वीकार कर लेंगे. एक श्रद्धालु के तौर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें जत्थे में शामिल होने का न्योता दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है. बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया है.
9 नवंबर से भारतीय सिखों के लिए खोल दिया जाएगा कॉरिडोर
करतारपुर कॉरिडोर 9 नवंबर को भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के लिए खोला जाएगा. पिछले कई साल से भारत में मौजूद सिख नेता पाकिस्तानी सरकार से इस कॉरिडोर पर काम शुरू करने की अपील कर रहे थे. काफ़ी लंबी बातचीत के बाद दोनों सरकार इसके लिए तैयार हुई थीं. ये कॉरिडोर पाकिस्तानी पंजाब के करतारपुर में दरबार साहिब को भारतीय पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ेगा. भारतीय श्रद्धालु बिना वीजा के सरहद के उस पार जाकर दरबार साहिब गुरुद्वारा जा सकेंगे. इसके लिए उन्हें केवल एक परमिट लेना होगा.