भोपाल : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को झटका देते हुए वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री दीपक जोशी शनिवार को विपक्षी दल कांग्रेस में शामिल हो गये। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए।
तीन बार के विधायक रह चुके जोशी ने राज्य की भाजपा नीत सरकार पर उनके दिवंगत पिता कैलाश जोशी की विरासत की अनदेखी करने का आरोप लगाया। करीब 60 वर्षीय दीपक जोशी ने 2003 में देवास जिले के बागली से पहली बार विधानसभा में प्रवेश किया और बाद में उसी जिले की हाटपिपलिया सीट से दो बार (2008 और 2013 में) सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा।
अपनी तीसरी चुनावी जीत के बाद, जोशी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में शामिल हुए और 2018 तक इसके सदस्य बने रहे। जोशी 2018 में हाटपिपलिया से कांग्रेस के मनोज चौधरी से चुनाव हार गए। चौधरी 2020 में भाजपा में शामिल हो गए और बाद में उपचुनाव में हाटपिपलिया से फिर से जीत गए। चौधरी और तत्कालीन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार 20 से अधिक विधायकों के मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने से राज्य में कांग्रेस की कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई और भाजपा की सरकार बनी। सूत्रों के अनुसार दीपक जोशी तब से भाजपा संगठन में काफी हद तक दरकिनार कर दिए गए थे। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव इस साल की अंत में होने वाले हैं।