आम सभा/ भोपाल ।
राजधानी की प्रमुख विज्ञापन एजेंसियों में शुमार फेम एडवरटाइजिंग के डायरेक्टर सुधीर एकबोटे का कोरोना के चलते बुधवार को निधन हो गया। सुधीर 1976 से विज्ञापन एजेंसी का कार्य देख रहे हैं व इस क्षेत्र के काफी अनुभवी व्यक्ति थे। सुधीर की संगीत में गहरी रुचि थी, वे खुद सिंगर, कंपोजर व लिरिस्ट थे। अतुल पब्लिसिटी के डायरेक्टर, राजेश जैन ने कहां कि, उनके असमय जाने मीडिया व विज्ञापन परिवार हैरान है, उसका कहना है कि एकबोटे ने विज्ञापन क्षेत्र में जो स्तंभ स्थापित किए हैं उन्हें कोई नहीं तोड़ सकता।
*लता मंगेशकर ने भी सम्मानित किया था
कुछ दिनों पूर्व ही उन्होंने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को स्वंय के लिख्ो गीत द्वारा ऋद्धांजलि दी थी। सुधीर एकबोटे को लता मंगेशकर द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। सुधीर एकबोटे ने स्वरकोकिला लता मंगेशकर को मुंबई उनके घर पर उन पर बनाए स्तुति गीत को सुनाया तो लता ताई गदगद हो गईं थी। सुधीर इससे पहले वर्ल्ड कप और अन्ना हजारे पर भी गीत बना चुके थे।
*गैस ट्रैजेडी पर संगीत के जरिए बयां किया दर्द
‘मौत आई भी बिना आहट के, कहर ढा गई बिना आहट के..।’ इन शब्दों के माध्यम से शहर के गीतकार सुधीर एकबोटे ने भोपाल गैस त्रासदी की 30वीं वर्षगांठ पर त्रासदी में मृत हुए लोगों के दर्द को बयां किया था। सुधीर ने इसे तैयार करने से पहले कई रिफरेंसेस का सहारा लिया। साथ ही उन्होंने गैस त्रासदी के बारे में काफी स्टडी और रिसर्च भी की है।