आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय ने तेलगू देशम पार्टी के सांसद वाईएस चौधरी की छह लग्जरी कारें जब्त कर ली है. निदेशालय ने शनिवार को चौधरी के कई ठिकानों पर छापेमारी की. इसके साथ ही निदेशालय ने बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में उन्हें 27 नवम्बर को समन किया है.
तेदेपा सांसद आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के करीबी हैं. बीते दिनों राज्य में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की एंट्री बंद करने के बाद एजेंसियों की ओर से यह पहली कार्रवाई की गई.
राज्य सरकार ने इस संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा था कि अब से सीबीआई किसी भी केस में अगर कोई जांच-पड़ताल करना चाहती है या फिर सर्च ऑपरेशन चलाना चाहती है; तो इन सबके लिए सीबीआई को पहले सरकार को बताना होगा, फिर लिखित परमिशन लेनी होगी. बिना इसके किसी भी अधिकारी को राज्य में नहीं आने दिया जाएगा.
ईडी को एक ईमेल मिला था जिसमें शेल कंपनी के निदेशक चौधरी से बातचीत कर रहे थे. ईडी सूत्रों ने कहा कि अधिकारियों ने बैंक ऋण के कथित डाईवर्जन के मामलों में लाभार्थी को खोजने के लिए सुजाना समूह कार्यालयों में छापेमारी की.
अधिकारियों की अलग-अलग टीमों में बंटी थीं जिन्होंने शहर स्थित नागार्जुन हिल्स में स्प्लेन्डिड मेटल प्रोडक्ट्स लिमिटेड और सुजाना यूनिवर्सल इंडस्ट्रीज सहित उनके कंपनी कार्यालयों में छापा मारा. जुबली हिल्स स्थित चौधरी के ऑफिस पर छापेमारी की गई.