भोपाल
कांग्रेस के वरिष्ठ, अनुभवी एवं संगठन के लिए समर्पित नेता श्री लक्ष्मण सिंह जी को कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व द्वारा 6 वर्ष के लिए निष्कासित करना स्पष्ट बताता है की जो भी पार्टी की गतिविधियों या वरिष्ठ नेतृत्व को सही दिशा में चलने का आईना दिखाएगा उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
कांग्रेस में आज के समय में पार्टी के लिए निरंतर संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं का कोई स्थान नहीं है। जो गांधी परिवार की शरण वंदना और चाटुकारिता करेगा बस उसे स्थान मिलेगा।
आज मूल प्रश्न तो यह उठता है की पीसीसी अध्यक्ष जिन्होंने पार्टी को तेल लेने भेजा हो या फिर दिग्विजय सिंह जिन्होंने 370 बहाल कर देश विरोधी बयान दिया ऐसे लोगों को सहेज कर रखना और सत्य बोलने वालों को बाहर का रास्ता दिखाना, क्या यही कांग्रेस की मूल नीति बन गई है?
विगत दिवस भोपाल में कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने पार्टी में विभिन्न प्रजातियों के "घोड़े" का विश्लेषण किया था पर आज के निर्णय से यह स्पष्ट दिखाई देता है कि कांग्रेस को रेस के घोड़े नहीं बल्कि सर्कस के घोड़े चाहिए।