नई दिल्ली
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि लोकसभा में उसके सांसदों की संख्या नेता विपक्ष के पद के लिए कम है और वह इसका दावा नहीं करेगी। पिछली लोकसभा में कांग्रेस के सिर्फ 44 सांसद थे, इसलिए पार्टी को नेता विपक्ष का दर्जा नहीं मिल पाया था। इस बार भी नेता विपक्ष के लिए जरूरी संख्या से कम सांसद होने के कारण कांग्रेस इसका दावा पेश नहीं करेगी। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी स्पष्ट कर दिया कि ऐसी कोई मांग पार्टी की तरफ से नहीं रखी जाएगी।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पर्याप्त संख्या नहीं होने के कारण सरकार की तरफ से हम ऐसी कोई मांग नहीं करेंगे। सुरजेवाला ने कहा, ‘यह सामान्य व्यवस्था है कि कुल सांसद संख्या में से 10% सीटें किसी एक पार्टी के पास होनी चाहिए, उसके बाद ही नेता विपक्ष का दर्जा मिल सकता है। संख्या बल के लिहाज से हमारी सीटें 2 कम हैं। हालांकि, यह बहुत कुछ सरकार पर भी निर्भर करता है कि क्या वह संख्या बल कम होने पर भी किसी एक पार्टी को मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर दर्जा देना चाहते हैं या नहीं।’
इससे पहले कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में राहुल गांधी ने नेताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि भले ही हमारी संख्या 52 की है, लेकिन हम सदन में बीजेपी से एक-एक इंच लड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम 52 सांसदों को मिलकर संघर्ष करना है। भले ही संख्या में हम 52 हों, लेकिन इसी संख्याबल से हम बीजेपी से इंच-इंच की लड़ाई करने में सक्षम हैं।’