चूरू पुलिस की हिरासत में मारे गए चोरी के आरोपी के मामले में पुलिस महकमा हिल उठा है. इस मामले में तत्कालीन सरदारशहर थानाप्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज होने के बाद इस प्रकरण में अब त्रिस्तरीय जांच शुरू हो गई है. प्रकरण में सरकार की सख्ती के चलते चूरू पुलिस अधीक्षक और सरदारशहर पुलिस उपाधीक्षक समेत तीन दर्जन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है.
तीन अलग-अलग स्तरों पर हो रही है जांच
6 जुलाई को सरदारशहर थाना पुलिस की हिरासत में चोरी के आरोपी नेमीचंद नायक की मौत के मामले की जांच न्यायिक जांच सरदारशहर एसीजेएम प्रियंकर सिहाग कर रहे हैं. बीकानेर आईजी रेंज के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक शर्मा इस मामले की विभागीय जांच कर रहे हैं. वहीं अब इस मामले में मृतक की भाभी की ओर से सरदारशहर पुलिस पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद तत्कालीन थानाप्रभारी रणवीर सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मारपीट व गैंगरेप का मामला भी दर्ज हो गया है. इस मामले की जांच सीआईडी (सीबी) की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा भारती कर रही हैं.
एसपी-डीएसपी समेत 36 पुलिसकर्मियों पर हो चुकी है कार्रवाई
6 जुलाई की रात पुलिस हिरासत में हुई नेमीचंद की मौत के बाद इस मामले में 8 जुलाई को थानाप्रभारी रणवीर सिंह समेत थाने के आठ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड और 26 को लाइन हाजिर कर दिया गया था. थाने में पूरा नया स्टाफ लगाया गया था. मामले में मृतका की भाभी द्वारा पुलिस पर थर्ड डिग्री टॉर्चर और गैंगरेप के आरोपों के बाद सरकार ने लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार को एपीओ और सरदारशहर पुलिस उपाधीक्षक भंवरलाल को सस्पेंड कर दिया था.