आम सभा, भोपाल: बाल कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र भोपाल में आज मुंशी प्रेमचंद की जयंती का कार्यक्रम बच्चों के बीच आयोजित हुआ केंद्र निदेशक महेश सक्सेना ने बच्चों को बताया कि प्रेमचंद्र हिंदी कहानी एवं उपन्यास के विश्व प्रसिद्ध रचनाकार थे उनका पूरा जीवन संघर्ष एवं तमाम विषय परिस्थितियों में बीता उनके साहित्य में उस समय के भारतीय ग्रामीण जीवन की दशा का वर्णन मिलता है|इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार संतोष श्रीवास्तव जी ने कहा कि प्रेमचंद्र जी ने बाल साहित्य भी लिखा “बड़े भाई साहब” कहानी में दो भाइयों के पढ़ाई को लेकर रोचक संवाद है| बड़ा भाई बराबर फेल होता रहता है किंतु वह बड़े होने का रौब छोटे भाई पर जमाता रहता है उनकी ईदगाह कहानी मार्मिक कहानी है इसमें गरीब परिवार का हामिद ईद के दिन मेले से अपनी दादी के लिए चिमटा खरीदता है क्योंकि दादी के पास चिमटा नहीं था रोटी उतारते समय उनका हाथ जल जाता था जब वे दादी को चिमटा ला कर देता है तो दादी का मन गदगद हो जाता है वे उसे दुआएं देती हैं दादी पोते के प्रेम को लेकर यह कहानी बच्चों ने मनसे भावुक होकर सुनी| इस अवसर पर अनुज सेन,ऋषिकेश गोस्वामी,कपिल मेवाड़ा सहित केंद्र में अनेक बच्चे उपस्थित थे आभार संयोजक हर्ष सक्सेना ने व्यक्त किया|