छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार चरम पर है. शुक्रवार को भाजपा के प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अंबिकापुर पहुंचे. पीएम मोदी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी के अलावा गठबंधन के लिए प्रचार करने बसपा सुप्रीमो मायावती पहुंची हैं. मायावती ने अपने संबोधन में भाजपा और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधा. जानते हैं चुनावी समर में शाम छह बजे तक क्या रहा खास.
पीएम मोदी का कांग्रेस को चैलेंज:- सरगुजा के अंबिकापुर में पीएम नरेन्द्र मोदी ने आमसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस को चैलेंज दिया. पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता शशि थरूर के बयान का जिक्र किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यदि नेहरू के लोकतांत्रिक मूल्य इतने ही मजबूत हैं तो जरा कांग्रेस पार्टी एक परिवार से बाहर के किसी कांग्रेसी कार्यकर्ता को पांच साल के अध्यक्ष बना दें. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बयान दिया था कि एक चाय वाला देश का प्रधानमंत्री बन गया तो उसका श्रेय भी वे जवाहरलाल नेहरू को जाता है. थरूर ने कहा था कि नेहरू के लोकतांत्रिक मूल्यों के कारण ही एक चाय वाला मोदी देश का प्रधानमंत्री बन सका.
मायावती ने साधा निशाना:- जोगी-बसपा-सीपीआई गठबंधन में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के लिए प्रचार को पहुंची बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधा. मायवती ने कहा कि दोनों ही दलों ने सत्ता में रहते जनता के साथ छलावा किया है. गरीब तबके के लिए दोनों ही पार्टियों ने कुछ विशेष नहीं किया. छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इस वर्ग के लिए कुछ नहीं किया है.
जोगी के भाजपा में जाने की चर्चा और सफाई:- पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को लेकर शुक्रवार को चर्चाओं का दौर रहा. सियासी गलियारों में चर्चा थी कि अजीत जोगी भाजपा में प्रवेश कर सकते हैं. मायावती की आरंग में आयोजित आमसभा में मंच से ही अजीत जोगी ने साफ किया कि वे किसी भी दल में प्रवेश नहीं कर रहे हैं. मायावती ने भी अपने भाषण में कहा कि यदि उनके गठबंधन को बहुमत नहीं मिलेगा तो वे विपक्ष में रहेंगे, लेकिन कांग्रेस या भाजपा दोनों ही दलों को छत्तीसगढ़ में समर्थन नहीं करेंगे.
नक्सल हिंसा:- सुकमा में लगातार दूसरे दिन नक्सलियों ने हिंसा की घटना को अंजाम दिया. नक्सलियों ने दो गाड़ियों में आग लगा दी. इसके अलावा बीजापुर में आज सुबह सीआरपीएफ के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ में कोई भी हताहत नहीं हुआ. नक्सल हिंसा के अलावा बीजापुर में सीआरपीएफ का एक जवान फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया. आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है.