आम सभा, भोपाल : केंद्र सरकार के दिनांक 23 अप्रैल 2020 के उस निर्णय पर जिसमें केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जनवरी 2020 जुलाई 2020 एवं जनवरी 2021 तक का फ्रिज किए जाने का निर्णय पर पुनर्विचार की मांग की गई है मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने प्रधानमंत्री जी को प्रेषित ज्ञापन में महंगाई भत्ता फ्रिज किए जाने के निर्णय पर कर्मचारियों एवं जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को होने वाले हानि का ब्यौरा भेज कर उस पर पुनर्विचार करने का निर्णय लिए जाने का अनुरोध किया है.
मोर्चे द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस प्रकार के केंद्र द्वारा किए जाने वाले निर्णय के परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकारें अपने अपने सुविधानुसार भिन्न-भिन्न आदेश जारी करेंगे जिससे कर्मचारियों को भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ेगी मोर्चे द्वारा एक ज्ञापन माननीय शिवराज सिंह जी चौहान के नाम से प्रेषित किया गया है जिसमें कोरोना वायरस से प्रदेश के आर्थिक स्थित को सुद्रण रखने के लिए प्रदेश के लगभग दस लाख कर्मचारियों द्वारा सरकार के आह्वान पर एक दिवस का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराया गया है.
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि मध्य प्रदेश राज्य के कर्मचारी पहले से ही केंद्र की तुलना में कम वेतन प्राप्त कर रहे हैं ऐसी स्थिति में करोना वायरस के नाम पर अब किसी प्रकार की कटौती नहीं की जावे उल्लेखनीय है कि गृह भाड़ा भत्ता महंगाई भत्ता वेतनमान पदोन्नति अवकाश नगदी करण यात्रा भत्ता आदि पहले से ही राज्य कर्मचारी कम प्राप्त कर रहे हैं
मोर्चे ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से यह मांग की है कि भविष्य में कर्मचारियों से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले कर्मचारी संगठनों से चर्चा कर निर्णय लिया जावे. मांग करने वालों में मोर्चा के संरक्षक भुवनेश पटेल, एलएन कैलासिया, डीके यादव, श्रीमती मल्लिका निगम नागर संयोजक, एस बी सिंह, ओ पी कटियार, प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र भदोरिया, महामंत्री एमपी द्विवेदी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा, उप संयोजक एस एल सूर्यवंशी, नरेंद्र सिंह ठाकुर, उपेंद्र सिंह सेंगर, अजय श्रीवास्तव, प्रोफेसर कैलाश त्यागी, राघव शरण मिश्रा, महेंद्र शर्मा, राजकुमार चंदेल, भरत पटेल, मनोहर दुबे, उपाध्यक्ष साबिर खान, फिरोज खान, सुरेंद्र सिंह सोलंकी, अनिल शर्मा, उपेंद्र सिंह बघेल, संजय पांडे, छत्र श्रीमती निर्मला पाटिल, अजय तिवारी, अजीज मोहम्मद खान, वीर सिंह, विजय रघुवंशी, अशोक चतुर्वेदी, राकेश नायक, बलवंत सिंह रघुवंशी, शंकर सिंह सेंगर, सुभाष शर्मा, सुभाष वर्मा आदि कर्मचारी नेता शामिल हैं.