दिल्ली एनसीआर के बहुचर्चित यमुना एक्सप्रेसवे घोटाला मामले की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है। बुधवार को अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने इस मामले में प्रथमिकी दर्ज कर ली है। इसमें एजेंसी ने पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता और 20 अन्य को नामजद किया है।
अधिकारियों के मुताबिक सीबीआई ने उत्तर प्रदेश सरकार की अनुशंसा के अनुरूप यह कदम उठाया है। सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए मथुरा में बड़ी जमीनों की खरीद में हुई 126 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं की जांच करने को कहा है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार का आरोप है कि तत्कालीन यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे के लिए मथुरा के सात गांवों में 85 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी थी जिससे राज्य सरकार को 126 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।