नई दिल्ली
बेंगलुरु के पूर्व पुलिस आयुक्त आलोक कुमार के आवास और कार्यालय सहित बेंगलुरु के कई स्थानों पर सीबीआई की तलाशी जारी है. वर्तमान में कर्नाटक पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में सेवारत हैं. कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन की सरकार के कार्यकाल में नेताओं और नौकरशाहों के फोन टैपिंग के मामले में कुमार के घर पर छापेमारी हो रही है. कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा सरकार ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.
फोन टैपिंग विवाद तब सामने आया जब एक कथित फोन पर उस बातचीत को मीडिया में लीक कर दिया गया जिसमें एक आईपीएस अधिकारी का नाम था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और जद (एस) के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री एचडी रेवन्ना के नाम भी लीक फोन टेप में पाए गए थे. दरअसल जद(एस) के अयोग्य ठहराए गए विधायक ए एच विश्वनाथ ने एच डी कुमारस्वामी सरकार पर आरोप लगाया था कि उन्होंने 300 से ज्यादा लोगों की फोन पर हुई बातचीत टैप की और जासूसी की. वह जद(एस) के अध्यक्ष रह चुके हैँ और अब बागी हैं.
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने इस मामले की जांच के लिए बेंगलुरु पुलिस के साइबर क्राइम शाखा से मामले को अपने हाथों में लेकर अगस्त में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
पत्र में कहा गया है कि सरकार के संज्ञान में यह आया है कि सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टी के कई नेताओं, उनके सगे-संबंधियों और अधिकारियों के फोन अवैध तरीके से टैप किए गए थे.