नई दिल्ली। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला संसद सत्र कल यानी 17 जून से शुरू होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी दलों से संसद सत्र में सहयोग की अपील की है. 17वीं लोकसभा का पहला संसद सत्र 17 जून से 26 जुलाई तक चलेगा. बताया जा रहा है कि 19 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा और 5 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी.
लोकसभा सत्र के पहले दो दिन सभी निर्वाचित सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई जाएगी. 19 जून को स्पीकर के चुनाव के बाद 20 जून को संसद के संयुक्त सत्र को राष्ट्रपति संबोधित करेंगे. इस बार के संसद सत्र में सरकार कई बड़े बिल को कानून बनाने को कोशिश करेगी. मोदी सरकार की कोशिश है कि संसद के पहले सत्र में 10 अध्यादेश को कानून की शक्ल दे दी जाए.
हालांकि सरकार के लिए ये करना आसान नहीं होगा. राहुल गांधी ने पहले ही कह दिया है कि कांग्रेस के सांसदों की संख्या भले ही कम है लेकिन वह हर लड़ाई लड़ेंगे. जिन 10 अध्यादेशों पर में इसमें ट्रिपल तलाक, इंडियन मेडिकल काउंसिल संशोधन, जम्मू- कश्मीर आरक्षण, कंपनी और बैनिंग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम जैसे अध्यादेश शामिल हैं.
मोदी सरकार के मंत्रियों ने इन अध्यादेश को पास कराने के लिए विपक्षीय पार्टियों ने नेताओं से मुलाकात की है. मोदी सरकार के संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोनिया गांधी से मिलकर अध्यादेश में सहयोग की अपील की. इस मौके पर उनके साथ नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे. इसी के साथ दोनों ही नेताओं ने राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद से भी मुलाकात की है.