Friday , November 22 2024
ताज़ा खबर
होम / राज्य / भाजपा ने केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाया, शीशमहल पर केजरीवाल का ही कब्जा, कैमरे के सामने देकर वापस ली चाबी

भाजपा ने केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाया, शीशमहल पर केजरीवाल का ही कब्जा, कैमरे के सामने देकर वापस ली चाबी

नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाया है। भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल ने अभी तक सीएम आवास को खाली नहीं किया है। सचदेवा ने कहा कि सुनीता केजरीवाल ने कैमरे के सामने बंगले की चाबी एक ऐसे अधिकारी को सौंपी जो उसके लिए अधिकृत नहीं थे। बाद में यह चाबी वापस ले ली गई और पीडब्ल्यूडी को अभी तक वापस नहीं की गई है।

वीरेंद्र सचदेवा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि नियमों के तहत चाबी अभी तक पीडब्ल्यूडी विभाग को नहीं सौंपी गई है और बंगला अब भी अरविंद केजरीवाल के नाम ही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चाबी भी उन्हीं के कब्जे में हैं। सचदेवा ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार का प्रतीक शीशमहल कभी खाली नहीं किया गया। उस दिन की नौटंकी, जब केजरीवाल परिवार के साथ निकल रहे थे, वह हम सबने देखी। सरकारी नियमों के तहत वह शीशमहल वाला उनका आवास खाली नहीं किया गया, उस पर आज तक अरविंद केजरीवाल का कब्जा है।’

सचदेवा ने कहा, 'उस दिन जो नौटंकी की गई, दिखाया गया कि चाबी सुनीता जी एक अधिकारी को पकड़ा रही हैं। वह अधिकारी थे सीएम ऑफिस के विशेष सचिव प्रवेश रंजन झा, जबकि चाबी देनी चाहिए थी पीडब्ल्यूडी विभाग के सेक्शन ऑफिसर विजय कुमार को। प्रवेश रंजन झा को चाबी दी जाती है और कुछ घंटे बाद वापस ले ली जाती है। वह चाबी आज भी उन्हीं के कब्जे में है। अगले दिन दिल्ली की खड़ाऊं मुख्यमंत्री आतिशी चिट्ठी लिखती हैं कि मैं उस आवास में जाऊंगी। कायदे कानूनों के तहत कोई कार्रवाई नहीं की गई। वह आवास मुख्यमंत्री आवास के लिए आवंटति नहीं है।' सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल नहीं चाहते कि बाकी लोग उसे देख सकें, उसमें क्या राज छिपे हैं।

सचदेवा ने एक नोटिस भी मीडिया को दिखाया। इसे पीडब्ल्यूडी विभाग ने प्रवेश रंजन झा को भेजा है। इसमें लिखा है कि 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित घर की चाबी पीडब्ल्यूडी को देकर कुछ समय बाद वापस ले ली गई। इसके बाद वापस नहीं किया गया ताकि प्रक्रिया पूरी हो सके। इसमें यह भी कहा गया है कि आवास के निर्माण को लेकर विजिलेंस जांच चल रही है और नए आवंटन से पहले इसका निरीक्षण करना है। स्टॉक की इनवेंटरी बनानी है।