नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्वोत्तर में गठबंधन की प्रक्रिया पूरी कर ली है और क्षेत्र के आठ राज्यों की 25 लोकसभा सीटों में से कम से कम 22 जीतने का लक्ष्य रखा है। भाजपा के महासचिव राम माधव ने बुधवार को यह जानकारी दी। भाजपा के पूर्वोत्तर प्रभारी माधव ने मंगलवार को आधी रात तक कई दौर की चर्चा की और असम गण परिषद (एजीपी), बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ), इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी), नेशनल पीपुल्स पार्टी, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के साथ गठबंधन किया।
भाजपा नेता त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और आईपीएफटी के नेताओं के साथ बुधवार को अगरतला में बैठक करेंगे। इस गठबंधन को पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) के तहत अंतिम रूप दिया गया है। एनईडीए भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का क्षेत्र की क्षेत्रीय पार्टियों के साथ राजनीतिक गठबंधन है। माधव ने कहा कि इस गठबंधन में क्षेत्र की 25 में से कम से कम 22 सीटें जीतने की क्षमता है और मोदी जी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनते देखने में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
मंगलवार को माधव ने नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और एनईडीए के संयोजक हेमंत विश्व शर्मा से मुलाकात की। माधव ने एजीपी अध्यक्ष अतुल बोरा नीत पार्टी प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की और पूर्व सहयोगियों के गठबंधन को अंतिम रूप दिया। उन्होंने कहा कि असम, नगालैंड, मेघालय, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में भाजपा, एनपीपी, एनडीपीपी, एजीपी एवं बीपीएफ कांग्रेस को हराने के लक्ष्य से साथ लड़ेंगे। त्रिपुरा में भाजपा आईपीएफटी के साथ चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने बताया कि सिक्किम में भाजपा का गठबंधन मुख्य विपक्षी पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के साथ होगा। माधव ने कहा, विपक्ष अभी भी बातचीत कर रहा है और महागठबंधन बनाने के बारे में कह रहा है लेकिन हमारा गठबंधन पूर्वोत्तर एवं देश के अन्य हिस्सों में हो चुका है। राजग आज पहले से कहीं ज्यादा मजबूत गठबंधन है।
उन्होंने बताया कि सिक्किम में भाजपा का गठबंधन मुख्य विपक्षी पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के साथ होगा। माधव ने कहा कि विपक्ष अभी भी बातचीत कर रहा है और महागठबंधन बनाने के बारे में कह रहा है लेकिन हमारा गठबंधन पूर्वोत्तर एवं देश के अन्य हिस्सों में हो चुका है। राजग आज पहले से कहीं ज्यादा मजबूत गठबंधन है।