कोलकाता : भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से कहा है कि वह यह सुनिश्चित करें कि संविदा कर्मचारियों और नागरिक स्वयंसेवकों को चुनाव ड्यूटी पर नहीं लगाया जाए क्योंकि अगर कुछ भी गलत हुआ तो उन्हें जिम्मेदार ठहराना संभव नहीं होगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में भाजपा ने तर्क दिया कि चूंकि संविदा कर्मचारी नियमित कर्मचारी नहीं होते हैं, तो ऐसे में उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर, कुछ नहीं किया जा सकेगा।
पार्टी के राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता और राज्य इकाई के नेता शिशिर बाजोरिया ने पत्र में लिखा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग को संवेदनशीन जोन के स्थान पर शहरों और राजमार्गों पर तैनात करके राज्य सरकार द्वारा केंद्रीय बलों का दुरुपयोग अवश्य रोकना चाहिये। पत्र में कहा गया, ‘‘ हमारे संज्ञान में आया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए संविदा कर्मचारियों का पंजीकरण चुनाव अधिकारी के तौर पर जिला स्तर, ग्रुप डी स्टाफ आदि के तौर किया गया है।”
पत्र में आगे कहा गया,‘‘यह बेहद अनियमित कदम है क्योंकि ये सरकार के नियमित कर्मचारी नहीं हैं और इसलिए किसी के प्रति जवाबदेह भी नहीं हैं। उनके खिलाफ शिकायत की किसी भी घटना पर कुछ नहीं किया जा सकेगा।” इसमें कहा गया कि किसी भी संविदा कर्मचारी को चुनाव से जुड़ी किसी भी ड्यूटी में नहीं लगाया जाना चाहिए।