नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी की नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल के जिला चुनाव अधिकारी और जिलाधिकारी द्वारा पूर्व एटीएस अधिकारी हेमंत करकरे पर टिप्पणी करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। चुनाव अधिकारी ने कहा कि साध्वी ने हेमंत करकरे पर टिप्पणी कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। आयोग ने साध्वी प्रज्ञा से एक दिन के अंदर जवाब मांगा है।
साध्वी ने कहा था कि हेमंत करकरे ने उनके साथ बुरा बर्ताव किया था इसलिए उन्होंने अपने कर्मों के वजह से जान गंवाई है। बता दें कि मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमले के दौरान आतंकवादियों से लोहा लेते हुए हेमंत करकरे शहीद हो गए थे।
इससे पहले साध्वी के बयान की चारों तरफ आलोचना हो रही थी। विपक्षी दल भी साध्वी के इस बयान पर बीजेपी को घेर रहे थे। इसके बाद बीजेपी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके अपने सफाई देते हुए कहा था कि पार्टी हेमंत करकरे को हमेशा शहीद मानती हैं। वह आतंकवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं। पार्टी ने साध्वी के बयान को पूरी तरह से निजी बताया था।
पार्टी के बयान के बाद साध्वी ने भी अपने मांफी मांगते हुए कहा था कि उनके बयान से देश के दुश्मनों को फायदा मिल रहा है। इसलिए वह अपना बयान वापस लेती हैं। साध्वी ने इसके साथ ही कहा था कि यह उनका व्यक्तिगत दर्द था और हेमंत करकरे दुश्मन देश से आतंकवादियों की गोलियों से मरे हैं, वह निश्चित रूप से शहीद हैं।
गौरतलब है कि साध्वी 2008 के मालेगांव विस्फोट में दोषी हैं और वह जमानत पर जेल से बाहर हैं। बाजेपी ने उन्हें इस बार मध्य प्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के खिलाफ मैदान उतारा है।