नई दिल्ली
भारत में कोरोना संक्रमण के कारण चल रहे लॉकडाउन के बीच दिल्ली से बरेली पहुंचे लोगों पर केमिकल के छिड़काव का मामला सामने आया है. प्रशासन के इस कदम की कांग्रेस ने निंदा की है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले पर यूपी सरकार से आग्रह किया है कि मजदूरों को केमिकल से इस तरह मत नहलाइये. इसके बाद बरेली के डीएम ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए. मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं. उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत. इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे.’
यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए।
वहीं बरेली के मामले पर वहां के डीएम ने भी ट्वीट करके प्रशासन की गलती मानी है. बरेली के डीएम ने ट्वीट किया, ‘इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है. बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया. सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.’
इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
हालांकि कुछ ट्विटर यूजर्स ने प्रियंका गांधी को ट्रोल किया. इन यूजर्स ने विदेश की कुछ तस्वीरें शेयर कर कहा कि ऐसा विदेश में भी किया जा रहा है. उनके इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन के सीईओ अखिलेश मिश्रा ने लिखा, ‘समस्या सिर्फ सोनिया गांधी परिवार के अयोग्य होने की नहीं है, बल्कि उनकी ओर से उपलब्ध कराई जा रही जानकारी कम पढ़े लिखे लोगों के होने की वजह से सामने आ रही है.’ इसके बाद उन्होंने विदेश की कुछ फोटो शेयर कर की.