आम सभा,भोपाल।
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं भोपाल जिला प्रभारी बालिस्ता रावत ने बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती, रानी कमलापति, राजा शंकर शाह, रघुनाथ शाह, टांटिया भील के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि, संबोधित कर बताया कि, बिरसा मुंडा जी की पुण्यतिथि को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है, बिरसा मुंडा को जनजाति समुदाय के लोग भगवान की भांति मानते थे, बिरसा मुंडा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थे, उन्होंने अंग्रेजों से संघर्ष किया, 09 जून 1900 को अंग्रेजों ने बिरसा मुंडा जी को रांची कारागार में जहर देकर मार दिया, बिरसा मुंडा के नाम विश्वविद्यालय, हवाई अड्डा, सेंट्रल जेल, प्रौद्योगिक संस्थान है ।
रानी दुर्गावती- गढ़ मंडला की महारानी थी, मुगल शासक से संघर्ष करते हुए 24 जून 1564 को शहादत हुई थी, रानी दुर्गावती की बरेला जबलपुर में समाधि एवं विश्वविद्यालय है ।
रानी कमलापति- गिन्नौरगढ़ के गोंड राजा निजाम शाह की पत्नी थी, 16-वी सदी में भोपाल गोंड शासकों के अधीन था, वर्ष 1722 में रानी कमलापति महल का जीर्णोद्धार कराया था, वर्ष 1723 में मोहम्मद खान से अपनी इज्जत बचाने के लिए जल समाधि ले ली थी, रेल्वे स्टेशन रानी कमलापति के नाम है।
राजा शंकर शाह एवं रघुनाथ शाह- भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थे, शंकर शाह एवं रघुनाथ शाह को 15 सितंबर 1857 को जबलपुर में अंग्रेजों ने तोप के मुंह से बांधकर उड़ा दिया था, छिंदवाड़ा में राजा शंकर शाह के नाम विश्वविद्यालय है ।
टांटिया भील- आदिवासियों के देवता (रॉबिनहुड ऑफ इंडिया) के नाम से जाने जाते थे, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थे, अंग्रेजो ने 04 दिसंबर 1889 को फांसी देकर पातलपानी जबलपुर के पास फेंक दिया था, पातालपानी रेल्वे स्टेशन में सभी ट्रेन टांटिया भील के मंदिर को 2 मिनिट की सलामी देकर जाति है। कार्यक्रम में विधि प्रकोष्ठ मंडल संयोजक एडवोकेट कौशलेश पाठक, मुन्ना शुक्ला, धर्मेंद्र मालवीय, धर्मेंद्र चौहान, सोहित रॉय, ओम प्रकाश चौहान, जितेंद्र चौहान, बिंद्रपाल सिंह बाथम, कैलाश सोनी, विनोद साहू, विजय साहू, बब्लू नायडू, सुमंती दुर्गा, जेमा दुर्गा तथा अनेकों कार्यकर्ता उपस्थित थे ।