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अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर भावातीत ध्यान को अपनायें: ब्रह्मचारी गिरीश

आम सभा, भोपाल : भोजपुर मंदिर मार्ग कीरतनगर स्थित महर्षि आनंद निकेतन में महर्षि संस्थान का वृक्षारोपण संपन्न हुआ। यह विगत पाँच दिवसों से निरंतर विभिन्न संस्थानों में जारी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह के अध्यक्ष ब्रह्मचारी गिरीश ने कहा कि हरा भरा और शीतल भारत में शीतल का तात्पर्य है ठंडक या शीतलता। इसलिए हम सभी बाहरी शीतलता के लिए अधिक से अधिक वृक्ष लगायें एवं आंतरिक शीतलता के लिए परम पूज्य महर्षि महेश योगी जी द्वारा प्रणीत भावातीत ध्यान को दैनिक जीवन में अपनायें।

ऐसा करने से हमें बाहरी एवं आंतरिक दोनों शीतलता प्राप्त होगी। ब्रह्मचारी गिरीश जी ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि विगत आठ सालों के दौरान पूरे देश के विभिन्न महर्षि संस्थानों में 25 लाख वृक्षों का वृक्षारोपण किया जा चुका है जबकि इस वर्ष हमारा लक्ष्य 1.5 लाख पौधे लगाने का है। इसके साथ-साथ हम किचन गार्डन को भी प्रोत्साहन दे रहे हैं एवं नागरिकों को निःशुल्क पौधे उपलब्ध करवा रहे हैं।

इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि मध्य प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक जे.के. मोहंती ने कहा कि महर्षि संस्थान भोपाल सहित संपूर्ण देश में सघन वृक्षारोपण कर रहा है इसकी जानकारी प्राप्त होने पर हम उत्सुक थे कि इस को प्रोत्साहन किया जाना चाहिए। प्रत्येक वृक्ष का अपना-अपना पर्यावरणीय लाभ है। पीपल एवं बरगद का वृक्ष कितना लाभ पहुँचाता है यह किसी से छिपा नहीं है। पीपल को सर्वाधिक धार्मिक माना जाता है क्योंकि यह सर्वाधिक आक्सीजन देता है। अतएव हम सभी अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर भूमि को हरा भरा बनायें।

इस अवसर पर महर्षि खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थान के राष्ट्रीय संयोजक नरेंद्र वीर सिंह त्यागी मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि संस्थान की परंपरा अनुसार गुरू पूजन से प्रारंभ हुआ। आज वृक्षारोपण कार्यक्रम का पांचवा दिवस था अभी यह लगातार तीन दिनों तक जारी रहेंगा। कार्यक्रम के उपरांत समस्त उपस्थित अतिथियों एवं लोगों ने महर्षि आनंद निकेतन एवं महर्षि कौशल विकास प्रशिक्षण संस्थान प्रागंण में अपने हाथों से एक-एक वृक्ष लगाकर वृक्षारोपण किया।

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