लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से ही मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी से अलग हो चुके शिवपाल सिंह यादव को फिर से एक साथ लाने की कवायद में जुटे थे. मुलायम के इन अरमानों पर शिवपाल ने पूरी तरह से पानी फेर दिया है. शिवपाल यादव ने शुक्रवार अपनी ‘घर वापसी’ की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी का किसी भी राजनीतिक दल में विलय की कोई संभावना नहीं है और हमने तय किया है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव जोरदार तरीके से लड़ेंगे.
प्रगितशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि हमने लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के साथ चार दिवसीय समीक्षा बैठक की थी. इसके बाद हमने तय किया है कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि हम चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करना चाहते हैं ताकि हम अपने दम पर सरकार बना सकें. ऐसे में किसी भी राजनीतिक दल में हमारी पार्टी के विलय की कोई संभावना नहीं है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद से मुलायम सिंह यादव बेटे अखिलेश और भाई शिवपाल के बीच सुलह कराने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. दोनों के बीच मतभेद दूर करने के लिए पिछले दिनों मुलायम ने अखिलेश और शिवपाल से अलग-अलग मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने दोनों नेताओं से आपसी मतभेद को भुलाकर एक होने की बात कही थी.
मुलायम सिंह का हाल जानने के लिए सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके आवास पर पहुंचे थे. इस दौरान वहां पर शिवपाल यादव और अखिलेश यादव भी उपस्थित थे. सीएम योगी के जाने के बाद मुलायम सिंह ने शिवपाल और अखिलेश यादव से बंद कमरे में करीब आधे घंटे बात की थी. इसके बाद राजनीतिक कयास लगाए जा रहे थे कि क्या मुलायम सिंह यादव अपने कुनबे में सुलह करा पाएंगे और शिवपाल यादव की क्या सपा में एक बार फिर वापसी होगी.
शिवपाल यादव ने शुक्रवार को इन सारी अटकलों को खारिज करते हुए साफ कर दिया है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे. ऐसे में उनकी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी किसी भी राजनीतिक दल में कोई विलय नहीं करेगी. इसके बाद साफ हो गया है कि चाचा-भतीजे के बीच दूरी अभी कायम है.