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हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड, नौ जिलों का पारा माइनस में पहुंचा

शिमला

 हिमाचल प्रदेश में तापमान के गिरने से कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। पूरा प्रदेश भीषण शीतलहर से जूझ रहा है। पिछले तीन दिनों से राज्य भर में अच्छी धूप निकलने से अधिकतम तापमान में सुधार आया है। लेकिन न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आने से रातें बेहद सर्द हो गईं हैं और पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं।

शुक्रवार को इस सीजन में पहली बार प्रदेश के 12 में से नौ जिलों का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया। बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, मंडी जैसे मैदानी जिलों का पारा माइनस में पहुंच गया है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक मैदानी इलाकों में बिलासपुर का बरठीं सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम पारा -1.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। ऊना में -0.8 डिग्री, हमीरपुर में -0.4 डिग्री और मंडी जिला के सुंदरनगर में -0.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

लाहौल-स्पीति जिला का ताबो राज्य में सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान -7.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। इसी जिला के कुकुमसेरी, समधो व सियोबाग में पारा क्रमशः -7.2 डिग्री, -3.9 व -1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है। किन्नौर जिला के कल्पा में -5.2 डिग्री व रिकांगपिओ में -1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कुल्लू जिला के भुंतर में -0.5 डिग्री, बजुआरा में -0.6 डिग्री व मनाली में -0.2 डिग्री, शिमला जिला के नारकण्डा में -1.2 डिग्री, सोलन में -0.5 डिग्री और चम्बा जिला के भरमौर में -0.5 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में शिमला में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री, धर्मशाला में 3.5 डिग्री, पालमपुर में 1 डिग्री, कांगड़ा में 1.9 डिग्री, मंडी में 1.2 डिग्री, बिलासपुर में 1.1 डिग्री, चम्बा में 1.5 डिग्री, कुफ़री में 0.3 डिग्री और घोलाकुआँ में 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले 24 घण्टों के दौरान राज्य के औसतन न्यूनतम तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट रही वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि अगले एक सप्ताह तक राज्य में पश्चिमी विक्षोभ का कोई असर नज़र नहीं आएगा। 19 दिसम्बर तक कहीं भी बारिश-बर्फबारी नहीं होगी। इस अवधि तक दिन में धूप रहने से अधिकतम तापमान सामान्य बना रहेगा, लेकिन रात के तापमान में गिरावट आ सकती है।

चारों धामों का तापमान माइनस में, पर्यटक स्थलों में मसूरी और चकराता सबसे ठंडे

 उत्तराखंड में रविवार और सोमवार को जोरदार बर्फबारी हुई थी. तब तापमान काफी गिरने से कड़ाके की ठंड पड़ने लगी थी. शीत लहर चलने लगी थी. मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को अच्छी धूप निकली. इसके बाद तापमान थोड़ा संभला है. आज चार धामों में सिर्फ बदरीनाथ धाम के ही दोनों तापमान माइनस में हैं. बाकी तीन धामों के तापमान माइनस से ऊपर आ गए हैं.

बदरीनाथ अभी भी सबसे सबसे ठंडा: चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम सबसे ठंडा बना हुआ है. यहां दोनों तापमान माइनस में चल रहे हैं. बदरीनाथ धाम का अधिकतम तापमान -3° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान भी -13° है. इस कारण यहां कड़ाके की ठंड है. धाम के आसपास के झरने और झीलें जम गई हैं.

केदारनाथ में ऐसा है तापमान: भगवान शिव के केदारनाथ धाम में तीन दिन अच्छी धूप निकलने से अधिकतम तापमान थोड़ा सुधरा है और माइनस से बाहर निकल आया है. केदारनाथ धाम का अधिकतम तापमान 1° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान -11° सेल्सियस है. सुबह-शाम कड़ाके की ठंड है. दिन में मौसम ठीक है.

गंगोत्री धाम में अधिकतम तापमान माइनस से बाहर आया: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री धाम में न्यूनतम तापमान तो माइनस में है, लेकिन अधिकतम तापमान अब माइनस से बाहर आ गया है. गंगोत्री धाम का अधिकतम तापमान 4° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान -8° सेल्सियस है. यानी बर्फ जमने से भी 8° सेल्सियस नीचे.

यमुनोत्री का तापमान: उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धाम का अधिकतम तापमान फ्रीजिंग प्वाइंट पर है. आज यमुनोत्री का अधिकतम तापमान 0° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान -9° सेल्सियस है. दो दिन पहले यमुनोत्री के दोनों तापमान माइनस में चल रहे थे. पिछले तीन दिन की कड़ी धूप ने तापमान में इतना बदलाव ला दिया है.

ये है पर्यटन स्थलों का तापमान: उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों में विंटर टूरिज्म के लिए शानदार मौसम है. पहाड़ों की रानी मसूरी में इस समय अधिकतम तापमान 10° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -2° सेल्सियस चल रहा है. सोमवार को मसूरी में भी बर्फबारी हुई थी. इससे यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी. तीन दिन धूप पड़ी तो अधिकतम तापमान थोड़ा चढ़ गया लेकिन न्यूनतम तापमान अभी माइनस में ही है.

नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में घूमने के लिए बहुत बढ़िया मौसम है. यहां भी बर्फ पड़ चुकी है. नैनीताल का अधिकतम तापमान 15° सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 2° सेल्सियस है. ऐसे में फिर कभी भी सरोवर नगरी में बर्फ पड़ सकती है.

रानीखेत: अल्मोड़ा जिले के रानीखेत का तापमान मिलाजुला है. दिन में धूप पड़ रही है तो रानीखेत का अधिकतम तापमान 14° डिग्री है. सुबह-शाम और रात में कड़ाके की ठंड के कारण न्यूनतम तापमान फ्रीजिंग प्वाइंट से भी नीचे -2° सेल्सियस हो रहा है. नैनीताल जिले के पर्यटक स्थल मुक्तेश्वर में सर्दियों के पर्यटन का आनंद लेने लायक मौसम है. मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 12° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान -1° सेल्सियस है.

कौसानी: बागेश्वर जिले के पर्यटक स्थल कौसानी का अधिकतम तापमान 17° सेल्सियस है. यहां कभी भी बर्फ पड़ सकती है. क्योंकि यहां का न्यूनतम तापमान फ्रीजिंग प्वाइंट के करीब 1° सेल्सियस है. रुद्रप्रयाग जिले के बेहतरीन पर्यटन स्थल चोपता बर्फबारी के बाद निखर गया है. गुलाबी ठंड के साथ मौसम भी सुहावना है. चोपता का अधिकतम तापमान 17° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान 4° सेल्सियस है.

चकराता: देहरादून जिले के जौनसार बावर इलाके में स्थित चकराता में बर्फबारी के बाद से ठंड बनी हुई है. चकराता का अधिकतम तापमान 12° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान -2° सेल्सियस है. अगर आप मैदानी इलाकों के प्रदूषण से परेशान हैं, काम के बोझ से थक गए हैं तो उत्तराखंड के ये पर्यटन स्थल आपको रिफ्रेश कर देंगे. तो फिर उठाइए बैग और उसमें सर्दियों वाले कपड़े डालकर पहुंच जाइए उत्तराखंड.