* थाना सिविल लाइन पुलिस ने नशीली सामग्री सिरप, नशीली टैबलेट, कैप्सूल, प्रयुक्त वाहन स्कूटी जप्त कर विक्रेता आरोपी को किया गिरफ्तार
* ड्रग्स का दुष्प्रयोग कर नशाखोरो बेचता था आरोपी, एनडीपीएस एक्ट एवं ड्रग्स कंट्रोल एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर की गई कार्यवाही
(कुलदीप सक्सेना)
आम सभा, छतरपुर।
पुलिस अधीक्षक छतरपुर अगम जैन द्वारा नशाखोरों के विरुद्ध एक विशेष अभियान चलाया गया है एवं समस्त थाना प्रभारी को सार्वजनिक स्थानों में नशा करने वाले नशाखोरों, उपद्रवी, क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थ विक्रय करने वालों के विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है।
विगत रात्रि रोड पेट्रोलिंग के दौरान सटई रोड में एक संदेही द्वारा स्कूटी की डिग्गी में नशीली सामग्री छुपकर बेचने हेतु जाने सूचना प्राप्त हुई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह एवं नगर पुलिस अधीक्षक अमन मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिविल लाइन निरीक्षक वाल्मीकि चौबे के नेतृत्व में पुलिस टीम सटई रोड ग्रीन एवेन्यू कॉलोनी के पास पहुंची। संदेही हरे रंग की स्कूटी लिए खड़ा था, से पूछताछ की गई एवं स्कूटी की डिग्गी खुलवाकर चेक करने पर दवा के सीरप कोडीन फास्फेट & ट्राई प्रोलीडीन हाइड्रोक्लोराइड सीरप की 9 सीसी व अल्प्रज़ोरम टेबलेट की 159 गोलियां, प्यीयोंन स्पेस प्लस के 8 कैप्सूल, मिसोफ़ेक्स टैबलेट की 7 किट मिले। प्रमाणित दस्तावेज में संबंधी जानकारी मांगी गई जो नहीं होना बताया। साक्ष्यों के अनुसार उक्त दवा नशे के रूप में उपयोग में लाने हेतु बेची जानी थी।
उक्त नशे के रूप में उपयोग में लाने हेतु सीरप व विभिन्न प्रकार की नशीली गोलियां, कैप्सूल , टैबलेट एवं प्रयुक्त वाहन स्कूटी समक्ष गवाहन जप्त कर कब्जे पुलिस लिया गया। नशीली सिरप,गोलियां, टेबलेट, कैप्सूल नशाखोरों को बेचने वाला आरोपी गौरव सिंह चौहान निवासी सटई रोड को अभिरक्षा में लिया गया पूछताछ पर आरोपी द्वारा उक्त नशे में प्रयुक्त सामग्री मेडिकल सप्लायर द्वारा बेचने हेतु देना बताया।
अवैध नशीली सामग्री बचने एवं सप्लाई करने वाले दोनों आरोपी
1. गौरव सिंह चौहान सटई रोड छतरपुर
2. मेडिकल सप्लायर
का कृत्य दंडनीय पाए जाने से थाना सिविल लाइन में अपराध धारा स्वापक औषधि और मन प्रभावित पदार्थ अधिनियम तथा मध्य प्रदेश ड्रग्स कंट्रोल एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
उक्त अभियुक्त गौरव सिंह चौहान को न्यायालय पेश कर जेल भेजा जा रहा है। मेडिकल सप्लायर की तलाश की जा रही है। मेडिकल एजेंसी सीज करवाने हेतु प्रतिवेदन संबंधित कार्यालय प्रस्तुत किया गया है। विवेचना कार्यवाही जारी है। नशे के विरुद्ध कार्यवाही जारी रहेगी।
उच्च कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक वाल्मीकि चौबे, उप निरीक्षक शैलेंद्र चौरसिया एवं पुलिस टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।