आम सभा, भोपाल।
कहा जाता है कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है। यह हकीकत भोपाल जिले के एक छोटे से गांव के मजदूर की बेटी ने प्रदर्शित की है। इस होनहार ने जापान पहुंचकर ना फिर सिर्फ साइंस पर अपना लेक्चर दिया। बल्कि विज्ञान के क्षेत्र में अपने अनोखे ज्ञान से लाखों उन विद्यार्थियों को प्रेरित किया है, जो आर्थिक परेशानियों के चलते हार मान बैठते हैं। इस प्रतिभाशाली बालिका ने हार नहीं मानी, बल्कि आगे बढ़ने के लिए कठोर परिश्रम किया। जिसकी मेधा शक्ति से आज पूरा प्रदेश स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास बरखेड़ा भेल से मिडिल अध्ययन कर चुकी खजूरी निवासी विक्की बारेला की इस सफलता की कहानी को पढ़कर हर कोई आश्चर्यचकित है। इनके पिता प्रतिदिन मजदूरी करके परिवार की आजीविका चलते हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए उनके पास पैसे का भारी अभाव था। तब नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास बरखेड़ा भेल से इस बेटी के मुकद्दर ने चमकने की कोशिश की। छात्रावास अधीक्षक टीएन यादव के प्रयासों से इस बेटी का हॉस्टल में दाखिला कराया गया। शासन की योजना के अंतर्गत इस बेटी की आठवीं तक की पढ़ाई इसी छात्रावास में हुई। टीएन यादव यादव बताते हैं कि बालिका की मेधावी ताकत शुरू से ही सभी बच्चों के लिए प्रेरणा बनी रही है। प्रतिवर्ष अव्वल अंक लाना इस बेटी का लक्ष्य रहा है। उन्होंने बताया कि आठवीं पास करने के बाद इस छात्रा को तुलसी नगर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास भेजा गया था। जहां यह सेकेंडरी कक्षाओं की पढ़ाई कर रही है। जापान में साइंस हाई स्कूल प्रोग्राम राकुरा एकराचेरा में इस बेटी का चयन हुआ। जिसने अपने प्रखर और तेजस्वी भाषण देकर सभी को आश्चर्यचकित किया है। यादव बताते हैं कि इस छात्रा का पूरा हॉस्टल प्रबंधन सम्मान करता है। शीघ्र ही एक प्रोग्राम किया जाएगा। जिसमें इस बालिका को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंनेे बताया कि छात्रावास से अनेक निर्धन बेटियां पढ़कर निकली है। जो शासकीय सेवा में कार्यरत है उनका भी सम्मान होगा।