(मुकेश तिवारी,वरिष्ठ पत्रकार)
आम सभा, ग्वालियर।
समापन समारोह में
मुख्य अतिथि के रूप में DIG- ग्वालियर सुश्री कृष्णावेणी देशावतु को आमंत्रित किया गया। सुश्री कृष्णावेणी वर्ष 2007 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं। वे सबसे कम उम्र में आईपीएस ऑफिसर बनीं। वे एक प्रशिक्षित वायलिन वादिका भी हैं।
प्रतियोगिता में सबसे पहला प्रदर्शन राजकुमार कॉलेज राजकोट ने पाइप बैंड श्रेणी मेंबैंड लीडर नैंसी मुकेश गरेजा के नेतृत्व में किया।
तत्पश्चात बैंड लीडर धृति सैनी के नेतृत्व में एम एन एस राय स्कूल बैंड ने मुख्य अतिथि के सामने से गुजरकर सलामी दी।
फिर ब्रास बैंड श्रेणी में बैंड कैप्टेन तेजपाल सिंह के नेतृत्व में सैनिक स्कूल कपूरथला ने मुख्य अतिथि सुश्री कृष्णा विशतु के सामने बैंड प्रदर्शन दिया और मंच के सामने से गुजरकर सलामी दी।
सलामी की अंतिम शृंखला में सिंधिया स्कूल के ब्रास बैंड ने मुख्य अतिथि को सलामी दी। बैंड का नेतृत्व कर रहे थे बैंड मेजर सीनियर अंडर ऑफिसर वंश प्रताप सिंह। बैंड ने अजीमो शान धुन बजाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
अंत में, प्राचार्य अजय सिंह ने पुरस्कारों की घोषणा की और मुख्य अतिथि सुश्री कृष्णावेणी ने प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
सर्वश्रेष्ठ ब्रास बैंड की ट्रॉफी सिंधिया स्कूल को प्रदान की गई। मेजबान स्कूल होने के नाते, यह ट्रॉफी उपविजेता सैनिक स्कूल कपूरथला को प्रदान की गई।
पाइप बैंड की श्रेणी में राजकुमार कॉलेज, राजकोट को सर्वोत्तम घोषित किया और विजेता की ट्रॉफी प्रदान को गयी। उपविजेता की ट्रॉफ़ी एम एन एस, राय को दी गई।
बेस्ट ड्रिल एवं मार्च के लिए बैंड मेजर सीनियर अंडर ऑफिसर वंश प्रताप सिंह और बैंड कैप्टन तेजपाल सिंह को संयुक्त विजेता विजेता घोषित किया।
मुख्य अतिथि सुश्री कृष्णावेणी देशावतु ने अपने उद्बोधन में कहा कि कुछ समय के लिए मैं भूल गईं कि ये छात्र थे या मेरी खुद की पुलिस। उन्होंने सभी को बधाई देते हुए अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने आगे कहा कि इसमें समूह का महत्त्व है। दल में सभी का ध्यान रखते हुए प्रस्तुत करना बहुत अधिक महत्त्व रखता है। आपकी ये यात्रा हीरे जैसा मूल्यवान बनने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में देर हो जाये मगर शार्ट कट नहीं अपनाना, चाहे कितनी भी यात्रा लंबी हो जाये। ये यात्रा, ये प्रक्रिया बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि छात्रों के जीवन में अनुशासन ज़रूरी है। जल्दी उठने की आदत डाल लीजिए और पूरी ज़िंदगी इसे बनाये रखिए। अपने दिन की योजना बनाइए और उसे अमल में लाइये। आपके जीवन में तुरंत तैयार भोजन के प्रति दीवानगी है। मगर जंक फ़ूड से दूर रहिये।
मुख्य अतिथि ने इस तरह छात्रों के जीवन को उत्तम बनाये रखने की सीख देते हुए तीसरे आई पी एस सी बैंड प्रदर्शन प्रतियोगिता के समापन की घोषणा की।
इस अवसर पर उप-प्राचार्या सुश्री स्मिता चतुर्वेदी, डीन धीरेंद्र शर्मा, बरसर कर्नल डी के फरशवाल, हैड ऑफ सपोर्ट्स मंदार शर्मा तथा आमंत्रित विद्यालयों के मार्गदर्शक अध्यापक-अध्यापिकाएँ आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन बैंड मास्टर श्री अशोक कुमार थे।