– आंदोलन के प्रथम चरण में भारी उद्योग मंत्री के नाम समस्त कर्मचारियों, पर्यवेक्षकों, अधिकारियों, एवं ठेका श्रमिकों का महाहस्ताक्षर अभियान प्रारंभ
भोपाल। बीएचईएल कर्मियों को कोरोनकाल वर्ष 2020 से रिवॉर्ड स्कीम (इंसेंटिव, इंसलरी एवं टी3) का भुगतान रोक दिया गया, रात्रिकालीन भत्ता का पुनरीक्षण नही किया और द्वितीय पाली के कार्य का रात्रिकालीन भत्ता का भुगतान रोक दिया गया। ठेका श्रमिकों के मजदूरी से लगभग दो हजार रुपये की कटौती की गई और अब पर्यवेक्षक एवं अधिकारियों के 15.5% पर्क रोक दिया गया है।
ऑल इंडिया बीएचईएल एम्प्लाइज यूनियन सम्बद्ध एनएफआइटीयू इन तमाम ज्वलंत मुद्दों को लेकर आर पार की लड़ाई हेतु आंदोलन के लिए कमर कस लिया है। आंदोलन के प्रथम चरण में कारखाने के सभी वर्ग के कर्मचारियों का हस्ताक्षर अभियान वुधवार को शुरू किया गया है। जिसे ज्ञापन के रूप में भारी उद्योग मंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय एवं बीएचईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक को सौपा जाएगा। कर्मचारियों के ज्वलंत मुद्दे के संबंध में एआईबीईयू कार्यालय में हुई बैठक में यूनियन के प्रतिनिधियो ने इन मुद्दे पर गहन चर्चा के उपरांत आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। कार्यकर्ताओं ने कहा कि कारखाने को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि सकारात्मक माहौल में उत्पादन की गति तेज हो सके।
अतः तमाम कटौतियों को बंद कर सभी कर्मचारियों, ठेका श्रमिकों, पर्यवेक्षकों एवं अधिकारियों का मनोबल बढ़ाया जाय। जिसमे कोरोना काल मे रोके गए रिवॉर्ड रिवॉर्ड स्कीम का भुगतान शिघ्रता से करने, टूर की टीए, डीए, व नाईट भत्ता पुनरीक्षित करने, ठेका श्रमिकों के कटे गए मजदूरी एरियर सहित भुगतान करने, पर्यवेक्षकों एवं अधिकारियों की रोके गए पर्क का भुगतान करने, कर्मचारियों की नई भर्ती व अनुकंपा नियुक्ति प्रारंभ करने, बीएचईएल की जमीन कर्मचारियों को लीज पर देने, जर्जर टाउनशिप एवं कस्तूरबा अस्पताल को पुनर्जीवित करने, अन्य पीएसयू की भांति महिला कर्मचारियों को वेतन सहित चाइल्ड केअर लीव देने, एक बीएचईएल एक नीति के तहत, शिक्षा एवं कैंटीन सब्सिडी देने इत्यादि शामिल है।
कर्मचारी हितों के लिए संघर्षरत ऑल इंडिया बीएचईएल एम्प्लाइज यूनियन द्वारा कर्मचारियों को हक़ दिलाने बैठक कर वृहद हस्ताक्षर अभियान का शंखनाद किया जिसमे यूनियन के महामंत्री राम नारायण गिरी, केंद्रीय अध्यक्ष अख्तर खान, अध्यक्ष सतेन्द्र कुमार, कोषाध्यक्ष संजीव नंदा, धर्मेन्द्र दाहट, विशाल वाणी, राजमल बैरागी, ओमप्रकाश जसोदिया, अलताभ अंसारी, वीरेंद्र सिंह, रमेश कुराडिया, प्रदीप पांडेय, धर्मेन्द्र कुमार, यू पी शर्मा, मेहर चंद, रामनंदन सिंह, मनोरंजन सेठी, नीरज, पवन मालवीय, डी डी पाठक, सचिन चौरसिया, राम सुरेश, विश्वजीत माझी, मुकेश स्वयं एवं सैकड़ो समर्पित देवतुल्य कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।