* सरकार ने नियम में संशोधन कर राजपत्र किया जारी
(राजेन्द्र शर्मा)
आम सभा,बैरसिया।
नगरीय निकाय लिपिक वर्गीय संरक्षण कल्याण संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राजेश सक्सेना ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि सितम्बर 2020 में नगरीय प्रशासन एवं विकाश विभाग के द्वारा कार्यपालन नियम 2015 में संशोधन हुआ था। संशोधन नियम 2015 का हवाला देकर प्रदेश में करीब 50 से अधिक लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को जिनके पास प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी का प्रभार था। उन्हें हटाकर उनके मूल पद पर पदस्थ किया गया था।
लिपिक वर्गीय कर्मचारियों ने अपनी लड़ाई शासन प्रशासन से लड़ने के लिए नम्बर 2020 में नगरीय निकाय लिपिक वर्गीय संरक्षण कल्याण संघ का गठन कर शासन द्वारा विधिवत पंजीयन भी कराया गया। 5 दिसम्बर 2020 को लिपिक वर्गीय कर्मचारियों द्वारा नगरीय निकाय लिपिक वर्गीय कर्मचारी कल्याण संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राजेश सक्सेना के नेतृत्व में नगरीय प्रशासन मंत्री एवं आयुक्त नगरीय प्रशासन विकाश विभाग के नाम नगर पालिका कार्यपालिका नियम 2015 में जो संशोधन किया गया था और लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद से हटा दिया था।
संघ द्वारा लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को ग श्रेणी की नगर पालिकाओं में रिक्त मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर पदोन्नति की पात्रता दिए जाने संबंधी मांग की गई थी।
पूरा प्रकरण मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी था। जब भोपाल में 19 दिसम्बर 2022 को प्रदेश की समस्त निकायों के अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं पार्षद गणो का सम्मेलन मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री की उपस्तिथि में बुलाया गया था। उस सम्मेलन में मुख्यंमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्य नगर पालिका केडर में योग्य कर्मचारियों को लेने की घोषणा की गई थी।
संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राजेश सक्सेना ने कहा कि उक्त घोषणा के 6 माह में ही मध्य प्रदेश सरकार ने 17 मई 2023 को मध्य प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 86 की उप धारा (2)के साथ धारा 355 द्वारा प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए राज्य सरकार द्वारा म.प्र. नगर पालिक सेवा (कार्यपालन)नियम 1973 में संशोधित कर म.प्र. राजपत्र प्राधिकार में प्रकाशित करा दिया। जिसमें सहायक ग्रेड -1/ मुख्य लिपिक सह लेखापाल एवं लेखापाल
मुख्य नगर पालिका अधिकारी बन सकेंगे।
नगरीय निकाय लिपिक वर्गीय संरक्षण कल्याण संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राजेश सक्सेना सहित पूरे मध्य प्रदेश के लिपिक वर्गीय कर्मचारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं नागरिय प्रशासन मंत्री का आभार व्यक्त किया है।