डॉ. मिश्रा ने राजनीति में वाकपटुता से अलग पहचान बनायी : डॉ. दुर्गेश केसवानी
एक कर्मयोगी की तरह सतत् जनसेवा में लगे रहने वाले डॉ. नरोत्तम मिश्रा जहाँ अपने विधानसभा क्षेत्र में लोकप्रिय राजनेता की छवि रखते है तो वही वह अपनी पार्टीं, कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की बिरादरी में एक सहज और सरल व्यक्तित्व के रूप में उनके हर सुख-दुःख में उनके साथ खड़े रहते हैं। अपनी मोहक मुस्कान से सबको मोह लेते हैं। अपनी वाकपटुता और चातुर्य से दुश्मन को चारोंखाने कैसे चित करने का दम भी रखते है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आजीवन स्वयंसेवक और भारतीय जनता पार्टी के एक समर्पित, कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता के रूप में डॉ. मिश्रा लगातार कर्मयोगी की तरह जीवन के पथ पर अग्रसर हैं।
मध्यप्रदेश की राजनीति में लोकप्रियता हासिल करने वाले डॉ. नरोत्तम मिश्रा अपने विधानसभा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एक लोकप्रिय नेता बनकर उभरे हैं। डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश की राजनीति में अपनी कुशल वाकपटुता के आधार पर एक अलग पहचान बनाई है। उनके हाजिर जवाब को शायराना अंदाज की वजह से लोग उन्हें काफी पसंद करते हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि पार्टी का कार्यकर्ता संगठन का श्रृंगार होता है। कार्यकर्ता आधारित पार्टी नारा नहीं एक सच्चाई है और वह कार्यकर्ता पार्टी का मेरूदण्ड बनकर संगठन को सर्वस्पर्षी, सर्वग्राही बनाने के लिए संकल्पित है। डॉ. मिश्रा संगठन में अपनी संगठन क्षमता से कार्यकर्ता को अपना मुरीद तो बनाया ही है साथ ही अपने को कार्यकर्ता का सखा, मित्र और मार्गदर्षक भी साबित किया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं के बीच सद्भाव का सेतु बनने का कार्य किया है।
नर सेवा को ही नारायण सेवा समझने वाले डॉ. नरोत्तम मिश्रा को ऐसे ही लोग अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक नहीं कहते है। जनता की सेवा में हमेशा तत्पर रहने वाले डॉ. नरोत्तम मिश्रा की वह तस्वीर कभी नहीं भुलाई नही जा सकती जब अपने प्राणों की परवाह किए बिना बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लोगों को बचाने के लिए उतर जाते है। ऐसी भयानक बाढ़ की पुल तक बह गए। सरकार में मंत्री होने के नाते दतिया जिले में हवाई दौरे के समय उन्होंने कोटरा गांव के एक घर की छत पर कुछ लोगों को फंसे हुए देखा तो खुद लोगो को बचाने के लिये नाव से निकल गए। जिसके बाद वहां से सभी को एयरलिफ्ट कर हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकलवाया गया। उस समय उन्होंने तनिक भी अपने प्राणों की परवाह नहीं की और यह भी नहीं सोचा कि उनकी इस दौरान जान भी जा सकती है। यही उनका अदम्य साहस और शौर्य है जो उन्हें अन्य राजनीतिज्ञों से अलग बनाता है।
अपनी सरकार को बचाए रखना एक कुशल नेता के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। बात हम मध्यप्रदेश के परिपेक्ष में करें तो यहाँ एक नेता सबकी नज़रों में रहता है। जो न सिर्फ लोकतांत्रिक प्रणाली को समझते है बल्कि संसदीय ज्ञान में भी उनका कोई सानी नहीं है। जिनकी गिनती लोकतांत्रिक प्रणाली का ज्ञान रखने वाले उन पंडितों में होता है जो मुश्किलों में फंसी सरकार के लिए हमेशा संकटमोचन का काम करते रहे है। डॉ. नरोत्तम मिश्रा की गिनती प्रदेश की राजनीति में अपनी एक अलग धमक रखने वाले नेता के रूप में होती है। डॉ. नरोत्तम मिश्रा मध्यप्रदेश भाजपा के उन नेताओं में शुमार है जो केन्द्रीय नेतृत्व की नज़रों में अपनी विश्वसनीयता रखते है। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मध्यप्रदेश से छह नेताओं को शामिल किया गया उनमें डॉ. नरोत्तम मिश्रा का शामिल होना इस ओर इशारा करता है कि वह केन्द्रीय नेतृत्व के न सिर्फ करीब है बल्कि पार्टी की रीति और नीति को समझने के साथ ही पार्टी के उन विश्वस्त नेताओं में एक है जो वास्तव में अपनी पार्टी को माँ का दर्जा देतें हैं। यह किसी से छुपा नहीं है कि 2018 में भाजपा की सरकार जाने के बाद भी पूरी सक्रियता से पार्टी और जनता के लिए काम करने वाले डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने किस तरह दोबारा प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
डॉ. नरोत्तम मिश्रा को भाजपा का संकटमोचक भी कहा जाता है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान नरोत्तम मिश्रा को भाजपा का हीरा और हीरो कहते हैं। मिश्रा अपने आकर्षक परिधान की वजह से हमेशा चर्चा में रहते है। डॉ. मिश्रा जनमानस के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहते हुए जरूरतमंदों की मदद कर उनके दिलों में अपनी अलग ही छवि निर्मित की है। उन्हें सरकार में जो भी दायित्व मिला उसे बुलंदियों पर पहुंचाया है। चाहे डॉ. मिश्रा स्वास्थ्य मंत्री रहे हों या जल संसाधन मंत्री या फिर वह जनसंपर्क मंत्री। हर विभाग में डॉ. मिश्रा मील के पत्थर साबित हुए है। गृह मंत्री के रूप में वह प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालते हुए लोक कल्याण की भावना से काम कर रहे है। डॉ. मिश्रा अपने माता-पिता से मिले नाम को वास्तविकता में चरितार्थ कर रहे है। नरोत्तम मतलब जो इस मनुष्य जाति में श्रेष्ठ है। डॉ. मिश्रा नर सेवा ही नारायण सेवा के जरिए उसे श्रेष्ठ बनाए हुए है।
*लेखक- भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के प्रदेश प्रवक्ता है।*