मुंबई : अपनी सह-जीवन साथी (लिव-इन पार्टनर) की नृशंस हत्या का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला अपने परिवार के सदस्यों को मुंबई स्थानांतरित करने में मदद के लिए एक पखवाड़ा पहले महाराष्ट्र में पालघर जिले के वसई की आवासीय सोसायटी आया था। सोसायटी के एक सदस्य ने मंगलवार को यह जानकारी दी। आफताब (28) को सह जीवन साथी श्रद्धा वालकर की कथित रूप से गला घोंटकर हत्या करने को लेकर शनिवार को गिरफ्तार किया गया।
दक्षिण दिल्ली के महरौली में उसने वालकर के शव के 35 टुकड़े किये और करीब तीन हफ्ते तक फ्रीज में रखने के बाद इन्हे (टुकड़ों) को वह कई दिनों तक शहर के विभिन्न हिस्सों में फेंकता रहा। आवासीय सोसायटी के सदस्य ने कहा, ‘‘ आफताब पूनावाला के परिवार के सदस्य यूनीक पार्क हाउसिंग सोयायटी से मुंबई चले गये और वह उनकी मदद करने 15 दिन पहले वसई की इस सोसायटी में आया था।” इस सदस्य ने कहा कि आफताब उस दौरान बिल्कुल सामान्य ढंग से बातचीत कर रहा था। उसने कहा, ‘‘ कोई यह सोच भी नहीं सकता कि उसने ऐसा नृशंस अपराध किया है।” उसने बताया कि पूनावाला परिवार का इस सोसायटी में एक फ्लैट है और यह परिवार मुंबई जाने से पूर्व यहां 20 वर्षों से रह रहा था एवं किसी ने उनके विरूद्ध कभी कोई शिकायत नहीं की।
सोसायटी के सदस्य ने कहा, ‘‘ जब हमने यहां से जाने की वजह पूछी तो आफताब के पिता ने हमसे कहा कि उनके बेटे को मुंबई में नौकरी मिल गयी है तथा उसकी कंपनी भाड़ा देगी। उन्होंने (मुंबई और वसई के बीच आने -जाने की) असुविधा का भी जिक्र किया।” विंग के तीसरे तल पर रहने वाले सोसायटी के सचिव अब्दुल्ला खान ने कहा कि आफताब और उसके परिवार के सदस्य दूसरे लोगों के साथ भद्रता के साथ पेश आते थे। खान और पूनावाला के फ्लैट इसी तल पर थे। खान ने कहा, ‘‘ करीब 15 दिन पहले उन्होंने फ्लैट खाली किया और उसे किराये पर लगा दिया। वे मुंबई के आसपास कहीं चले गये। आफताब ने मुझसे कहा कि वह दिल्ली में रह रहा है। मुझे उसके बर्ताव में कोई बदलाव नहीं नजर आया। हम इस अपराध के बारे में सुनकर अचंभित हैं।” इस अपराध से जनाक्रोश पैदा हो गया है।