सागर : सागर जिले में एक उप डाकपाल ने जमाकर्ताओं के 1.25 करोड़ रुपये कथित रूप से आईपीएल मैचों पर सट्टा लगा कर गवां दिया। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी है। जीआरपी थाना प्रभारी अजय धुर्वे ने बताया कि डाकघर में राशि जमा करने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले उप डाकपाल विशाल अहिरवार (36) को 20 मई को गिरफ्तार किया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब तक 20 ज्यादा लोगों का इस धोखाधड़ी का शिकार होने का पता चला है तथा गबन की राशि भी 1.25 करोड़ रुपये के करीब पहुँच गयी है। धुर्वे ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि उसने पीड़ितों की राशि आईपीएल क्रिकेट पर मुनाफा कराने का दावा करने वाले एप के जरिये सट्टे में लगाई। उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ भादंसं की धारा 420 एवं 408 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
धुर्वे ने बताया कि इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ, जब सागर जिले के बीना स्थित उप डाकघर में सावधि जमा (एफडी) कराने वाले एफडी परिपक्व होने पर रुपये निकालने के लिए इस महीने की शुरूआत में डाकघर पहुंचे। डाकघर में एफडी और खाता नंबर देने पर पता चला कि यह खाता नंबर फर्जी है और उनके नाम किसी तरह की एफडी नहीं है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ता रुपये निकालने के लिए कई दिनों तक डाकघर के चक्कर लगाते रहे। आखिर में उपभोक्तों को बताया गया कि उप डाकपाल ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। इसके चलते उप डाकपाल को निलंबित कर दिया गया है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों की राशि के साथ आरोपी उप डाकपाल ने हेर-फेर किया उनमें से एक पीड़िता वर्षा के पति ने 9 लाख रुपए जमा किये थे। वर्षा कोरोना काल में अपने पति व ससुर को खो चुकी है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी ही व्यथा बुजुर्ग महिला किशोरी बाई की है। उसने अपनी चार शादी योग्य बेटियों के विवाह के लिए 5 लाख रूपए डाकघर में जमा किये थे। इसी तरह बुजुर्ग परमानंद साहू ने सेवानिवृत्ति पर मिली राशि को डाकघर में जमा करने के बाद राशि वापस पाने चक्कर काट रहे हैं।