– शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है : राकेश कुकरेजा
आम सभा, भोपाल : गुरुनानक मण्डल द्वारा भोपाल के शहीद गेट पर देश की आजादी में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह, राजगुरु एंव सुखदेव को 2मिनट का मौन रख भावपूर्ण श्रधांजलि दी, इस अवसर पर अध्यक्ष राकेश कुकरेजा ने कहा 23 मार्च ही वो दिन था जब ये तीनों हंसते-हंसते देश के लिए फांसी के फंदे पर झूल गए। 23 मार्च 1931 की रात भगत सिंह को सुखदेव और राजगुरु के साथ लाहौर षडयंत्र के आरोप में अंग्रेजी सरकार ने फांसी पर लटका दिया था।शहीद ए आजम भगत सिंह का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
उन्होंने कहा कम आयु में ही उन्होंने अपनी जान देश के लिए कुर्बान कर दी थी। उन्होंने कहा कि क्रांतिकारियों व शहीदों की बदौलत ही आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।इस अवसर पर महेश मकवाना, भगवानदास ढालिया, सुनिल सराठे, बाबा ठाकुर, नरेंद्र ठाकुर,मुकेश सोलंकी, रामसेवक चौरसिया, अनिल सिरोलिया, कैलाश हिरवे, संतोष श्रीवास,पी सी कनर्जी,अजय प्रजापति, संदीप कल्याणे, राजीव भाग्यने, सौरभ सिरोलिया सहित बड़ी संख्या में युवा साथी उपस्थित थे ।